माफिया अतीक अहमद के फाइनेंसर नफीस बिरयानी की प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार सुबह मौत हो गई। रविवार दोपहर नैनी सेंट्रल जेल में निरूद्ध रहे नफीस बिरयानी को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसका इलाज चल रहा था। अब पुलिस की ओर से पोस्टमार्टम करवाने की तैयारी चल रही है।
खुल्दाबाद निवासी नफीस सिविल लाइन में ईट ऑन रेस्टोरेंट का संचालक था। उमेश पाल और उसके दो सरकारी दो सुरक्षा कर्मियों की हत्या में वांछित होने पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। कुछ दिन पहले पुलिस मुठभेड़ के दौरान नफीस को गोली लगी थी, जिसका इलाज करवा कर जेल में दाखिल कराया गया था।
हत्याकांड में नफीस का नाम बढ़ाए जाने के बाद वह फरार हो गया था। गिरफ्तारी न होने पर उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया तो वह दिल्ली भाग गया था। वहां से लखनऊ होकर प्रयागराज आते समय नवाबगंज में पुलिस से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें गोली लगने से नफीस घायल हो गया था। कई दिनों तक इलाज चलने के बाद उसे जेल में दाखिल किया गया। सेंट्रल जेल के सर्किल नंबर तीन में बंद था।