Breaking News

600 करोड़ के ट्रेडिंग घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई, अंबर दलाल की 36.21 करोड़ की संपत्ति जब्त     |   पंजाब: कर्मचारी पर हमला करने के मामले में पादरी बजिंदर पर एक और FIR दर्ज     |   JK: UAPA जांच के सिलसिले में कुपवाड़ा पुलिस ने कई इलाकों में की छापेमारी     |   ‘हमाई लड़ाई आपदा के खिलाफ है’, राज्यसभा में बोले गृहमंत्री अमित शाह     |   हरिद्वार में 5 मदरसों को सील किया गया, नहीं थे रजिस्टर्ड: तहसीलदार प्रियंका     |  

YouTube का बड़ा फैसला, अब बिना बताए डिलीट कर देगा ऐसे वीडियोज

अगर आप भी YouTube कंटेंट क्रिएटर हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है। भारत में आमतौर पर लोग अपने वीडियो पर अधिक व्यूज के लिए YouTube पर क्लिकबेट यानी गुमराह करने वाले और भ्रामक थंबनेल का इस्तेमाल करते हैं लेकिन यह बहुत महंगा पड़ने वाला है। YouTube ने कहा कि वह ऐसे वीडियो को बिना सूचित किए डिलीट कर देगा। YouTube ने घोषणा की है कि क्लिकबेट थंबनेल और शीर्षकों वाले वीडियो पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान भारत में शुरू किया जाएगा और खासतौर पर उन वीडियो पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जो ब्रेकिंग न्यूज़ या मौजूदा घटनाओं पर आधारित हैं। कंपनी का कहना है कि यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि दर्शकों को वीडियो कंटेंट के बारे में गुमराह न किया जाए।

YouTube ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि भारत में क्लिकबेट थंबनेल और शीर्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य "अत्यधिक क्लिकबेट" की समस्या का समाधान करना है। अत्यधिक क्लिकबेट तब होता है जब किसी वीडियो का शीर्षक या थंबनेल उसके असली कंटेंट से मेल नहीं खाता।

YouTube ने अत्यधिक क्लिकबेट के कुछ उदाहरण भी साझा किए हैं। 

  • यदि किसी वीडियो का शीर्षक है "राष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया!", लेकिन वीडियो में यह मुद्दा बिल्कुल भी संबोधित नहीं किया गया हो।
  • यदि किसी वीडियो का थंबनेल कहता है "शीर्ष राजनीतिक खबरें", लेकिन वीडियो में ऐसी कोई खबर शामिल न हो।

 

YouTube ने नोट किया कि ऐसी आदतों से दर्शक ठगा हुआ महसूस कर सकते हैं। खासकर जब वे महत्वपूर्ण या समय-संवेदनशील जानकारी के लिए प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। इस समस्या को कम करने के लिए, YouTube ऐसे कंटेंट को हटाने की शुरुआत करेगा जो इस नीति का उल्लंघन करता है।

शुरुआत में प्लेटफॉर्म ऐसे वीडियो पर स्ट्राइक जारी नहीं करेगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि क्रिएटर्स को इन नए नियमों के अनुसार अपने कंटेंट को एडिट करने का समय मिले, लेकिन जल्द ही, YouTube नई वीडियो अपलोड्स पर इस नीति को प्राथमिकता के साथ लागू करेगा।