उत्तर प्रदेश का पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र गन्ना उत्पादन के लिए जाना जाता है। यहां के किसान धान और गेहूं की खेती भी करते हैं। लेकिन इस साल सूखा पड़ने की वजह से उनका कहना है कि खेती से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद नहीं है। ऐसे में वे सरकार से राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
किसानों का कहना है कि इस साल बारिश कम होने की वजह से गन्ने की फसल सूख गई है, जिससे उनकी आय पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीट हैं, जिनमें से चार पीलीभीत जिले में और एक बरेली जिले में है।
जिले के कृषि विभाग के मुताबिक, पीलीभीत जिले की चारों विधानसभाओं में करीब 18 लाख मतदाता हैं जिनमें से करीब 3.5 लाख किसान परिवार आते हैं। अगर इन्हें वोटर में देखें तो ये संख्या नौ लाख तक पहुंचती है जो कि कुल वोटर का 50 फीसदी है। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को पीलीभीत में मतदान होना है।