जम्मू कश्मीर पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) ने शुक्रवार को टेरर फंडिंग से जुड़़े मामले में कुलगाम के जबलीपोरा गांव में कई घरों पर छापेमारी की। पिछले तीन दिनों से दिल्ली में भी छापेमारी चल रही है।
ये मामला अवैध रूप से धन जुटाने, जमा करने और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। एजेंसी के मुताबिक आरोपितों के जुटाए इस धन का इस्तेमाल बाद में अलगाववाद और आतंकवाद सहित गैरकानूनी गतिविधियों में किया जा सकता है। पूछताछ के आधार पर एसआईए कश्मीर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
एसआईए ने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि दो साल से भी कम समय में कथित तौर पर 85 करोड़ रुपये जुटाए गए और मनी लॉन्ड्रिंग की गई। एसआईए के मुताबिक कानून प्रवर्तन एजेंसियों की पकड़ से बचने के लिए लेन-देन ज्यादातर नकद किए जाते थे।
बयान में कहा गया है कि मामले में चल रही जांच से संबंधित सबूत इकट्ठा करने के लिए एक विशेष नामित एनआईए अदालत की तरफ से जारी तलाशी वारंट के आधार पर छापे मारे गए।
एसआईए ने कहा कि वो जम्मू कश्मीर में टेरर फाइनेंसिंग चैनलों पर रोक लगाकर टेरर ईकोसिस्टम को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है, चाहे वो हवाला हो, ह्यूमन कैश कूरियर हो या बैंकिंग चैनल हों।