जम्मू कश्मीर के ढांगरी गांव के सरपंच धीरज शर्मा ने कहा कि लोग दुश्मन के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए कृतसंकल्प हैं। यहां पिछले साल इसी दिन आतंकवादियों ने पांच निवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एक दिन बाद राजौरी जिले के ढांगरी में फिर से त्रासदी हुई। आतंकवादियों के छोड़े गए आईईडी में विस्फोट होने से गांव के दो बच्चों की मौत हो गई।
पीड़ित सरोज बाला ने बताया, "कोई भी मेरा दर्द महसूस नहीं कर सकता क्योंकि उस हमले के दौरान मिनटों में मेरी जिंदगी बदल गई। मैं दो बेटों, प्रिंस और दीपक की मां थी और अब मैं बिल्कुल अकेली हूं।" आतंकवादियों की अंधाधुंध गोलीबारी में दीपक शर्मा उनके भाई प्रिंस शर्मा, प्रीतम लाल और उनके बेटे शिशु पाल शर्मा और एक पूर्व सैनिक सतीश कुमार की मौत हो गई।
इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट में समीक्षा शर्मा और उसके चचेरे भाई विहान शर्मा की मौत हुई। हालांकि सरोज बाला ने हमले के बाद की गई जांच पर नाखुशी जताई। उन्होंने कहा, जांच एजेंसियां अभी भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची हैं और हम न्याय का इंतजार कर रहे हैं।
सरोज बाला ने पूछा, "बिना किसी गलती के हमारे घरों पर हमला क्यों किया गया? हमारे निर्दोष परिवार के सदस्यों को बेरहमी से क्यों मारा गया? मेरे घर के सामने आईईडी क्यों रखा गया था। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हमलावरों की मदद करने वालों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई। उन्होंने ये भी मांग की कि गोलीबारी और आईईडी विस्फोट में मारे गए लोगों के लिए एक स्मारक बनाया जाए।