राजस्थान के कोटा में चार जून को नीट-यूजी रिजल्ट आने के एक दिन बाद 18 साल की मेडिकल की छात्रा ने बिल्डिंग की नौवीं मंजिल से कथित तौर पर कूदकर सुसाइड की। पुलिस ने गुरुवार को ये जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बहुमंजिला इमारत की पांचवीं मंजिल पर मां और भाई के साथ रहने वाली बागीशा तिवारी ने बुधवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के एक घंटे बाद उसकी मौत हो गई। अधिकारी बताया कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले के रहने वाली बागीशा तिवारी कोटा के कोचिंग सेंचर में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (यूजी) के लिए तैयारी कर रहीं थीं।
जवाहर नगर पुलिस थाने के सर्किल इंस्पेक्टर हरिनारायण शर्मा ने को बताया कि 12वीं कक्षा में पढ़ने वाला उसका भाई भी ज्वाइंट एंट्रेस एग्जाम (जेईई) की तैयारी कर रहा है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने मंगलवार यानी चार जून को मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम के रिजल्ट घोषित किए थे।
इस साल जनवरी से अब तक कोचिंग हब कोटा में आत्महत्या का ये 10वां मामला है। पिछले साल कोचिंग में 26 छात्र-छात्राओं के सुसाइड के मामले सामने आए थे। सर्किल इंस्पेक्टर ने बताया कि बागीशा तिवारी ने नौवीं मंजिल की बालकनी से छलांग लगाई। उन्होंने बताया कि बागीशा की मां और बिल्डिंग के लोग बच्ची को तुरंत पास के अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए महाराव भीम सिंह (एमबीएस) अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। पोस्टमार्टम बच्ची के पिता के आने के बाद किया जाएगा। हरिनारायण शर्मा ने बताया कि शुरूआती जांच से पता चला है कि उसने नीट-यूजी परीक्षा दी थी। लेकिन उसके सुसाइड की वजह अभी पता नहीं चल पाई है।