ज्ञानवापी पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सर्वे में सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आई है. सूत्रों का कहना है कि कई ऐसे सचित्र प्रमाण हैं जो यह स्पष्ट करते हैं कि ज्ञानवापी मंदिर का हिस्सा है. इसी सप्ताह एएसआई ने सोमवार को वाराणसी जिला कोर्ट के सामने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर पर अपनी वैज्ञानिक सर्वे रिपोर्ट एक सीलबंद कवर में सौंपी थी.
बताया गया था कि रिपोर्ट 21 दिसंबर यानी आज याचिकाकर्ताओं के साथ साझा की जाएगी और इसकी एक प्रति सुप्रीम कोर्ट भेजने के लिए कहा गया था. एएसआई काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक सर्वे कर रही था, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि 17 वीं शताब्दी की मस्जिद का निर्माण हिंदू मंदिर की पहले से मौजूद संरचना पर किया गया था या नहीं.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कही थी ये बात
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी जिला कोर्ट के सर्वे के आदेश को बरकरार रखा था. कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि यह कदम न्याय के हित में आवश्यक है और इससे विवाद में हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों को फायदा होगा. इसके बाद ज्ञानवापी सर्वे शुरू हुआ था.