कहते हैं कि मां के बाद दूसरा कोई होता है तो वो हैं शिक्षक जो अपने शिष्य के जीवन को सफल व उत्तम बनाने में अपना सब कुछ समर्पण कर देते हैं लेकिन यहां जो मामला सामने आया है वो चौका देने वाला है। जहां एक जिद्दी शिक्षक की वहज से बेकसूर छात्र को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा। उस सामूस को नहीं पता था कि उसकी नादानी की सजा उसे डाट फटकार की जगह मौत दी जाएगी। उसे शायद इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि उसकी नादानी कि सजा उसे टीचर जी इतनी बड़ी सजा देंगे। जिसे इस घटना के बाद से पूरा स्कूही नहीं बल्कि पूरा गांव सदमे में हर कोई शिक्षक की इस सजा से स्तबध है। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। स्कूल की दिवारें भी अपने आप को गुनाहगार बताने लगी है। टीचर की ऐसी खौफनाक सजा से हर कोई हैरान है। जिसे यकीन कर पाना थोड़ा मुश्किल हो गया है कि आखिर एक मासूम छात्र को इतनी बड़ी सजा कैसे दी जा सकती है।
ये हैरान कर देने वाली पूरी वारदात ओडिशा की बताई जा रही है जा रही है। जहां एक कक्षा 4 के मासूम छात्र की जान चली गई है। आपको बता कि ये पूरा मामाला ऐसा कुछ बताया जा रहा है कि छात्र अपने दोस्तों के साथ छत पर गए हुए गए थे। बस यही बात शिक्षक को नगावार गुजरी और इससे गुस्साए टीचर ने उठक बैठक लगवाई थी जिस दौरान बेहोस होकर जमान पर गिर गया था। जिसे आनन फानन में पास के ही निजी अस्पताल में कराया गया। जहां इलाज के दौरान बच्चें ने दम तोड़ दिया। तो वहीं अब बच्चें की मौत का दोषी परिवारीजनों ने टीचर को ही बताया है उनका कहना है कि बच्चें से जबरन उठा बैठक लगाने की वजह से उसकी जान गई है। मां बाप का कहना है कि बच्चें की मौत की जिम्ममेदा सिर्फ स्कूल का टीचर ही है। बच्चें की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। साथ ही परिजनो का ये भी कहना है कि उनका बच्चा इससे पहले पूरी तरह से स्वस्थ था। इस घटना के बाद से ही उनकी बेटे की हालत बिगड़ी और उसकी जान चली गई हैा।
तो वहीं इस पूरे मामले की तस्दीक पुलिस को दे दी गई है पुलिस ने इसे अपने संज्ञान में लिया है। जिसके बाद पुलिस पूरी तरह से इस मामले की जांच करने में लगी हुई है। और साथ ही बच्चें की मौत के सही कारणों को जुटाने में लगी हुई है। पुलिस का कहना है कि जांच आने के बाद ही इस पर कोई कार्रवाई की जाएगी तो वहीं परिवारीजनों को जांच की रिपोर्ट आने का इंतजार है।