विश्व कप फाइनल में हार झेलने के बाद भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि को राष्ट्रीय टीम के साथ अपने भविष्य पर विचार करने के लिए उन्हें समय चाहिए। उनका दो साल का अनुबंध रविवार को खत्म हो गया। भारत विश्व कप फाइनल मैच ऑस्ट्रेलिया से छह विकेट से हार गया। इस कार्यभार के साथ 'मिस्टर डिपेंडेबल' के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ का बीसीसीआई के साथ अनुबंध आधिकारिक तौर पर समाप्त हो गया।
बेशक द्रविड़ ने अपने दो साल के कार्यकाल में टीम को दो आईसीसी टूर्नामेंट फाइनल और एक में सेमीफाइनल में पहुंचाया हो, लेकिन अभी तक इस मुद्दे पर बीसीसीआई में चर्चा नहीं हुई है। यह पूछे जाने पर कि क्या वे भविष्य में किसी एक प्रारूप में खेल की कोचिंग करेंगे, द्रविड़ ने कहां, "मैंने इस बारे में नहीं सोचा है। अभी तक मेरे पास इस बारे में सोचने का समय नहीं था। जब मुझे समय मिलेगा, मैं इस पर सोचूंगा।"
उन्होंने कहा, "इस समय तक मेरा ध्यान पूरी तरह से इस अभियान पर था। मेरे दिमाग में और कुछ नहीं था। और भविष्य में क्या होगा इसके बारे में मैंने कुछ विचार नहीं किया है।" 50 साल के द्रविड़ ने कहा कि वे अपने दो साल के कार्यकाल का विश्लेषण करने में ज्यादा विश्वास नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो खुद का मूल्यांकन और विश्लेषण करेगा। मुझे टीम के साथ काम करने पर गर्व है। मुझे लगता है कि पिछले दो सालों में मैंने सभी प्रारूपों में जिन खिलाड़ियों के साथ काम किया है, ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है।" उन्होंने इस बारे में भी कोई जवाब नहीं दिया कि अगले साल अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले टी20 विश्व कप के दौरान टीम का मार्गदर्शन करने में उनकी रुचि होगी या नहीं।