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मनसुख मंडाविया ने शतरंज विश्व कप चैंपियन दिव्या देशमुख को किया सम्मानित

शतरंज विश्व कप की नई चैंपियन दिव्या देशमुख को शुक्रवार को केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में सम्मानित किया। कुछ दिन पहले ही उन्होंने ऑल-इंडियन फाइनल में वरिष्ठ भारतीय स्टार कोनेरू हम्पी को हराकर शानदार जीत हासिल की थी। दिव्या, जिन्होंने टाई-ब्रेक में हम्पी को 1.5-0.5 से हराकर खिताब जीता, विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व कप जीतने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी बनीं।

इस जीत के साथ 19 साल की दिव्या ने प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भी अपनी जगह पक्की कर ली है - जो संभावित विश्व चैंपियनशिप मैच से पहले का अंतिम पड़ाव है। दिव्या ने मंत्री से कहा, "ये एक थका देने वाला टूर्नामेंट था, लेकिन किस्मत ने मेरा साथ दिया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इसे जीत पाऊंगी।"

वे मंडाविया के सम्मान में उनके लिए फूल भी लाईं और खेल के प्रति सरकार के बढ़ते समर्थन की तारीफ की। "मैं बस इतना कहना चाहूँगी कि सरकार देश में शतरंज को बढ़ावा दे रही है।"

वर्चुअल रूप से शामिल हुईं उपविजेता हम्पी ने भारत में युवा प्रतिभाओं के उदय की तारीफ की। उन्होंने कहा, "देश में शतरंज संस्कृति जिस तरह से बढ़ रही है, ऐसे युवाओं को इतना अच्छा प्रदर्शन करते देखना बहुत अच्छा लगता है।"

समारोह में भारतीय टीम के कोच अभिजीत कुंटे और अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के संचालन प्रमुख अजीत कुमार वर्मा भी मौजूद थे। खेल मंत्री मंडाविया ने दिव्या की उपलब्धि की तारीफ की और इसे खेलों में भारत की बढ़ती ताकत का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "गुकेश के बाद दिव्या इस स्तर का शतरंज टूर्नामेंट जीतने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं। ये देश की ताकत और हमारी प्रतिभा को दर्शाता है।"

“प्रधानमंत्री मोदी ने खेलों का ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की है। जब एथलीटों को सम्मानित किया जाता है, तो वे प्रेरित महसूस करते हैं और देश को गौरवान्वित करने के लिए और ज्यादा कोशिश करते हैं।” उन्होंने ये भी ऐलान किया कि सरकार भारतीय खेलों को मजबूत करने के लिए सुधारों पर काम कर रही है।

उन्होंने कहा, “आने वाले महीनों में हम और बदलाव लाएंगे और भारत को खेलों में महाशक्ति बनाने के लिए अपने रोडमैप पर काम करेंगे। जल्द ही खेल विधेयक फिर से संसद में पेश किया जाएगा।” मंडाविया ने भारतीय शतरंज में हम्पी के दीर्घकालिक योगदान की भी तारीफ की और उम्मीद जताई कि दोनों महिलाओं की सफलता कई युवा लड़कियों को इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।

“मैं हम्पी को शतरंज में उनके लंबे समय के प्रदर्शन के लिए बधाई देना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि हम्पी और दिव्या से कई लड़कियां प्रेरित होंगी। मैं आप दोनों को शुभकामनाएं देता हूं और जल्द ही आपको प्रधानमंत्री से मिलवाने की कोशिश करूंगा।” इस जीत के साथ, दिव्या विश्व स्तर पर 44वीं महिला ग्रैंडमास्टर और ये खिताब जीतने वाली 88वीं भारतीय भी बन गईं।