इंडियन प्रीमियर लीग भारत और दुनियाभर में काफी लोकप्रिय है, यह टूर्नामेंट क्रिकेट प्रेमियों के लिए एंटरटेनमेंट का फुलडोज है, साल 2008 से शुरु हुआ इस टूर्नामेंट की लोकप्रियता दिन ब दिन बढ़ती चली गई, तो वहीं आईपीएल 2024 में दुनियाभर के कई मशहूर क्रिेकेटर जलवा बिखेर रहे हैं, भारत की इस क्रिकेट लीग में कई खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जिन्होंने 150 से अधिक मैच खेले हैं। उस लिस्ट में एमएस धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा, कायरन पोलार्ड, एबी डिविलियर्स, डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। लेकिन कई चर्चित नाम वाले क्रिकेटर भी हैं जो महज आईपीएल में चंद वक्त के लिए आए और ओझल हो गए। जानते हैं।
रोहन गावस्कर आईपीएल के 2010 सीजन में कोलकाता नाइटराइडर्स टीम का हिस्सा थे। वे महज दो मैच ही खेल पाए और केवल 2 रन उनके खाते में दर्ज हैं। कमजोर प्रदर्शन के बाद वे आगे इस टूर्नामेंट में नहीं खेल सके।
डेमियन मार्टिन- मार्टिन की आईपीएल में ‘पारी’ बेहद छोटी रही। 2010 के सीजन में राजस्थान रॉयल्स टीम की ओर से उन्होंने महज एक मैच खेला, इसमें उन्होंने 19 रन बनाए थे।
यूनुस खान- आईपीएल के 2008 के शुरुआती सीजन में ही पाकिस्तान के क्रिकेटर खेले हैं। इसके बाद वे नीलामी का हिस्सा नहीं रहे। आईपीएल 2008 में यूनुस को राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था लेकिन वे एक मैच में ही प्लेइंग XI का हिस्सा रहे। इस मैच में सात गेंदें खेलकर वे 3 रन बना सके थे। इस कमजोर प्रदर्शन के बाद टीम के आगे के मैचों में उन्हें नहीं खिलाया गया।
ब्रेड हेडिन- आईपीएल 2011 में कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम ने उन्हें अपने साथ जोड़ा था लेकिन वे एक मैच ही खेल सके। आरसीबी के खिलाफ इस मैच में हेडिन ने 163.64 के स्ट्राइक रेट से 11 गेंदों पर 18 रन बनाए थे लेकिन इसके बाद टूर्नामेंट में कोई मैच नहीं खेल सके।
मशरफे मुर्तजा- गेंदबाज के तौर पर बेहद चतुर मशरफे लोअर ऑर्डर के धाकड़ बैटर भी थे लेकिन आईपीएल में उनके सफर पर महज 1 मैच के बाद फुलस्टाप लग गया। अपनी कप्तानी में बांग्लादेश को वनडे की कई यादगार जीत दिलाने वाले मशरफे आईपीएल 2009 में कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) टीम के मेंबर थे। आईपीएल के अपने एकमात्र मैच में चार ओवर में उन्होंने 58 रन लुटाए, फिर प्लेइंग XI का हिस्सा नहीं बन सके।
मोहम्मद अशरफुल- आईपीएल 2009 में मुंबई इंडियंस ने अशरफुल को अपने साथ जोड़ा था लेकिन वे केवल एक मैच खेल सके। मैच में 10 गेंदों पर महज दो रन बनाने के कारण उन्हें आगे किसी मैच में नहीं खिलाया गया। अशरफुल पर वर्ष 2013 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) के दौरान फिक्सिंग का आरोप लगा था। जांच के बाद एंटी करप्शन ट्रिब्यूनल ने उन्हें मैच/स्पॉट फिक्सिंग का दोषी मानते हुए 8 साल के लिए बैन कर दिया था। इससे अशरफुल के करियर पर विराम लग गया।