सांप्रदायिक सद्भाव का एक अनोखा प्रदर्शन करते हुए, छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर के एक मुस्लिम पिता-पुत्र की जोड़ी सात जुलाई को शहर में होने वाली वार्षिक रथ यात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ के लिए रथ बना रही है।
17 फीट ऊंचे रथ का वजन 2500 किलोग्राम होगा और ये 1000 किलोग्राम वजन ले जाने में सक्षम होगा। मुस्लिम कारीगर ने बताया कि हिंदू धर्म के अनुसार रथ का निर्माण किया जा रहा है।
ढाई क्विंटल नीम और सराई की लकड़ी से भगवान जगन्नाथ जी का रथ बनाया जा रहा है। बता दें, रथयात्रा के दिन भारी भीड़ के कारण रथ को मोड़ने में दिक्कत होती है। इसलिए इस रथ में नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
रथ में स्टेरिंग की सुविधा मिलेगी। वहीं दुर्घटना से बचने के लिए इसमें ब्रेक की भी सुविधा रहेगी। इसके अलावा रथ और पहियों में विशेष नक्काशी की जाएगी जिससे रथ की शोभा और भी बढ़ जाएगी।
रायपुर में रथयात्रा के लिए चालीस साल बाद नया रथ बनाया जा रहा है। कलाकारों का कहना है कि इस रचना के माध्यम से, वे लोगों के बीच भाईचारे का संदेश फैलाने की उम्मीद करते हैं।