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छठवें दिन सर्वे करने ज्ञानवापी पहुंची एएसआई की टीम, पश्चिमी दीवार की जांच से सच आएगा सामने

Gyanvapi Case: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम बुधवार को छठवें दिन सर्वे करने के लिए ज्ञानवापी पहुंची। सर्वे का मकसद ये पता लगाना है कि क्या ज्ञानवापी पहले से मौजूद किसी मंदिर के ऊपर बनाई गई थी या नहीं। 

इससे पहले सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण एएसआई का सर्वे तीन घंटे देरी से सुबह 11 बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला था। मंगलवार से एएसआई ने फिर से सुबह आठ बजे से सर्वे शुरू कर दिया है।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने मंगलवार को वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर की उत्तरी दीवार, गुंबद और तहखानों का सर्वे किया था। इस दौरान मुस्लिम पक्ष के लोग भी मौजूद थे।

एएसआई टीम ज्ञानवापी परिसर की माप, मैपिंग और फोटोग्राफी कर रही है। टीम ने मंगलवार को तीन अलग-अलग समूह में परिसर की उत्तरी दीवार, गुंबद और बेसमेंट का सर्वे किया था।

तीन अगस्त को, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अंजुमन इंतजामिया मस्जिद समिति की एक याचिका खारिज कर दी, जिसमें निचली अदालत के उस आदेश के खिलाफ चुनौती दी गई थी जिसमें एएसआई को मस्जिद का सर्वे करने का निर्देश दिया गया था।

अगले दिन सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा।

मस्जिद का 'वज़ू खाना', जहां एक ढांचे को हिंदू पक्ष की तरफ से शिवलिंग होने का दावा किया गया वो सर्वे का हिस्सा नहीं होगा।

हिंदू कार्यकर्ताओं का दावा है कि इस जगह पर पहले एक मंदिर मौजूद था और 17वीं शताब्दी में मुगल सम्राट औरंगजेब के आदेश पर इसे ध्वस्त कर दिया गया था।

छठवें दिन सर्वे करने ज्ञानवापी पहुंची एएसआई की टीम, पश्चिमी दीवार की जांच से सच आएगा सामने