एजिंग एक नेचुरल प्रक्रिया है, जो हर व्यक्ति के साथ उम्र बढ़ने की वजह से होती है। उम्र बढ़ने के कारण शरीर में कई ऐसे बदलाव आते हैं, जो एजिंग का कारण बनते हैं। हालांकि, कई बार हमारी रोज की आदतें, खान-पान और लाइफस्टाइल की वजह से भी एजिंग की प्रक्रिया तेज हो जाती है और हम अपनी उम्र से ज्यादा बूढ़े नजर आने लगते हैं।
इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी चीजें बताने वाले हैं, जो एजिंग की प्रक्रिया को धीमा करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
अनुशासन में रहना
अपने रोज के कामों को तय समय पर पूरा करना आपको हेल्दी रहने में मदद कर सकता है। समय पर सोना, खाना, एक्सरसाइज करना आदि न सिर्फ आपकी बॉडी को फिट रखते हैं, बल्कि आपकी स्किन के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इनकी मदद से एजिंग के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
खुद को हाइड्रेटेड रखना
रोज पर्याप्त पानी न पीने से त्वचा बेजान और रूखी हो जाती है, जो झुर्रियों और फाइन लाइन्स को बढ़ावा देता है। इसलिए जरूरी है कि आप रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पिएं। पानी स्किन को मॉइश्चराइज रखने में मदद करता है और एजिंग के लक्षणों को कम करता है।
सनस्क्रीन लगाएं
सूरज की हानिकारक UV किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचाकर झुर्रियां, पिग्मेंटेशन और डार्क स्पॉट्स का कारण बनती हैं। इसलिए मौसम चाहे कोई भी हो, घर से बाहर निकलने से पहले अच्छी तरह से सनस्क्रीन लगाएं, ताकि यूवी किरणें आपकी स्किन को नुकसान न पहुंचा पाएं।
रोज मेडिटेशन करें
तनाव से शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे उम्र बढ़ने के लक्षण जल्दी दिखने लगते हैं। ऐसे में रोज मेडिटेशन करने से बुढ़ापे के लक्षणों को समय से पहले उभरने से रोकने में मदद मिल सकती है।
फिजिकली ऐक्टिव रहें
फिजिकली एक्टिव न रहने से एजिंग की प्रक्रिया तेजी से बढ़ने लगती है। साथ ही, मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो जाता है और मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। इसलिए रोजाना एक्सरसाइज करना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
एजिंग से छुटकारा पाने के लिए इन नुस्खों को आज़माएं:
एलोवरा: एलोवेरा में कई उपचार गुण होते हैं। रोजाना एलोवेरा जेल सप्लीमेंट लेने से 90 दिनों में ही झुर्रियों की उपस्थिति में काफी कमी आ जाती है त्वचा पर एलोवेरा जेल लगाने से कोलेजन और हाइड्रेशन भी बढ़ता है। इसलिए आप एजिंग को रोकने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल करें। एलोवेरा का पेस्ट बनाने के लिए 2 चम्मच एलोवेरा जेल में एक चम्मच गुलाब जल मिलाएं और स्किन पर लगाएं।
केले का मास्क: केले में प्राकृतिक तेल और विटामिन होते हैं जो त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। एक्सपर्ट त्वचा पर केले का पेस्ट लगाने की सलाह देते हैं। एक चौथाई केले को तब तक मसलें जब तक यह चिकना पेस्ट न बन जाए। अपनी त्वचा पर केले के पेस्ट की एक पतली परत लगाएँ। इसे 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर गर्म पानी से धो लें।
अंडा: अंडे की सफेदी त्वचा की बनावट में थोड़ा सुधार करने में योगदान देती है, लेकिन अंडे की पतली झिल्ली एजिंग स्किन में ज़्यादा प्रभावी होती है। अंडे की झिल्ली से बनी क्रीम का इस्तेमाल करने से झुर्रियों की गहराई में काफ़ी कमी आती है और कोलेजन का प्रोडक्शन बढ़ता है जिससे त्वचा सॉफ्ट और लचीली हो गई। तो, सफ़ेद अंडे में थोड़ा सा दही, केसर और बेसन मिलाएं और फिर इसे अपने चेहरे पर लगाएं। ये आपकी स्किन के लिए फायदेमंद है।