पेशाब की आवश्यकता और उसे रोकने के बीच एक संजीदा संबंध होता है। कभी-कभी लोग पेशाब करने की आवश्यकता महसूस करने के बावजूद उसे रोकने की कोशिश करते हैं। यह आदत सिर्फ असुविधाजनक नहीं होती, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक भी साबित हो सकती है। पेशाब को लंबे समय तक रोकना और दबाव डालना कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। तो चलिए जानते हैं, पेशाब रोकने से होने वाली गंभीर बीमारियों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में:
1. पेशाब की नली (Urinary Tract Infection - UTI)
जब आप पेशाब को रोकते हैं, तो पेशाब की नली में बैक्टीरिया का निर्माण हो सकता है, जिससे मूत्र पथ संक्रमण (UTI) हो सकता है। यह संक्रमण तब होता है जब बैक्टीरिया मूत्राशय या मूत्र नलिका तक पहुँच जाते हैं और वहां इंफेक्शन पैदा करते हैं। पेशाब रोकने से मूत्राशय में दबाव बढ़ता है, और यह बैक्टीरिया के बढ़ने के लिए उपयुक्त माहौल बनाता है।
लक्षण:
पेशाब करते समय जलन या दर्द
बार-बार पेशाब करने की तीव्र आवश्यकता
पेशाब का रंग गहरा होना
मूत्राशय में दबाव या दर्द
बचाव:
जब भी पेशाब की आवश्यकता महसूस हो, उसे रोकने की कोशिश न करें।
हाइड्रेटेड रहें और पानी अधिक पिएं।
साफ-सफाई का ध्यान रखें, खासकर महिला हाइजीन।
2. मूत्राशय की कमजोरी (Bladder Dysfunction)
बार-बार पेशाब रोकने से मूत्राशय की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। लंबे समय तक पेशाब रोकने के कारण मूत्राशय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे वह ठीक से कार्य नहीं कर पाता और अंत में यह समस्या मूत्राशय असंयम (Bladder incontinence) का कारण बन सकती है। यह स्थिति तब होती है जब मूत्राशय अपनी पूरी क्षमता से मूत्र को नियंत्रित नहीं कर पाता।
लक्षण:
मूत्राशय से अधिक पेशाब आना
पेशाब पर नियंत्रण खो देना
मूत्राशय में सूजन या दबाव महसूस होना
बचाव:
पेशाब करने का सही समय जानें और उसे रोकने से बचें।
मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए केजेल एक्सरसाइज करें।
3. पथरी (Kidney Stones)
पेशाब को देर तक रोकने से पेशाब में उपस्थित अवशेष और खनिज मूत्राशय में जमा हो सकते हैं, जिससे पथरी (Kidney Stones) बन सकती है। यदि पेशाब रोकने की आदत नियमित हो, तो यह पत्थर बनने की संभावना को बढ़ा सकती है। पथरी मूत्राशय में जमकर दर्द और कठिनाई का कारण बन सकती है।
लक्षण:
पेशाब करते समय तीव्र दर्द
मूत्र में रक्त आना
कम या अधिक पेशाब आना
पेट या पीठ में गहरी तेज दर्द
बचाव:
पर्याप्त पानी पिएं ताकि पेशाब में खनिज जमा न हो।
पेशाब रोकने की आदत को त्यागें और समय पर पेशाब करें।
4. मूत्राशय में संक्रमण (Cystitis)
जब पेशाब को रोका जाता है, तो मूत्राशय में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं, जिससे मूत्राशय का संक्रमण (Cystitis) हो सकता है। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब मूत्राशय में बैक्टीरिया का विकास हो जाता है, जो मूत्राशय की दीवारों को प्रभावित करता है और जलन पैदा करता है।
लक्षण:
बार-बार पेशाब की आवश्यकता महसूस होना
पेशाब के दौरान जलन
मूत्राशय के निचले हिस्से में दबाव और दर्द
बचाव:
पेशाब को रोकने के बजाय तुरंत जाना चाहिए।
हाइजीन का ध्यान रखें और महिलाओं के लिए सही तरीके से सफाई करें।
5. मूत्रनली (Urethra) का रुकना या संकुचन
पेशाब को बार-बार रोकने से मूत्रनली की मांसपेशियां संकुचित हो सकती हैं, जिससे मूत्रनली में रुकावट या संकुचन हो सकता है। यह स्थिति आमतौर पर पुरुषों में ज्यादा होती है, और इसका कारण अधिक दबाव डालना या बार-बार पेशाब रोकना हो सकता है।
लक्षण:
पेशाब करने में कठिनाई
पेशाब में रुकावट या धीरे-धीरे आना
मूत्रनली में जलन या दर्द
बचाव:
पेशाब रोकने के बजाय समय पर पेशाब करें।
अधिक पानी पीने से मूत्राशय खाली होता है और रुकावट कम होती है।
6. नसों में खिंचाव और दर्द (Pelvic Pain and Strain)
पेशाब को लंबे समय तक रोकने से पेट और पेल्विक एरिया की मांसपेशियां पर दबाव पड़ता है, जिससे दर्द और खिंचाव हो सकता है। इस खिंचाव को लेकर लंबे समय तक समस्या बनी रहती है, तो यह अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
लक्षण:
पेल्विक या पेट में लगातार दर्द
पेशाब करने में कठिनाई
पेट में सूजन महसूस होना
बचाव:
पेशाब को देर तक रोकने से बचें और उसे नियंत्रित तरीके से करें।
पेशाब रोकने से बचने के उपाय:
पानी का अधिक सेवन करें: दिनभर पानी पीने से मूत्राशय साफ रहता है, और पेशाब को देर तक रोकने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
समय पर पेशाब करें: कभी भी पेशाब की आवश्यकता महसूस होने पर उसे रोकें नहीं। जब शरीर संकेत दे, तो तुरंत पेशाब करें।
स्वस्थ आहार लें: स्वस्थ आहार से शरीर में जल का संतुलन बनाए रखें, जिससे मूत्राशय पर दबाव कम रहे।
हाइजीन का ध्यान रखें: मूत्राशय संक्रमण से बचने के लिए सफाई बहुत जरूरी है। खासकर महिलाएं पेशाब के बाद हमेशा आगे से पीछे की ओर सफाई करें।
स्वस्थ आदतें अपनाएं: अगर आपको पेशाब में रुकावट या दर्द जैसी समस्याएं महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
पेशाब को देर तक रोकने की आदत शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है और यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिये यह आवश्यक है कि हम अपने शरीर के संकेतों को समझें और पेशाब करने के लिए उसे समय पर हल्का करें। स्वस्थ आदतें और सही जीवनशैली अपनाने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। अगर आप पहले से ही पेशाब की समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित उपचार प्राप्त करें।