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अब चालान से घबराएं नहीं, लोक अदालत में फटाफट समाधान

अक्सर ऐसा होता है कि किसी तकनीकी गड़बड़ी या अनजाने में हुई गलती की वजह से गाड़ी के मालिक का चालान कट जाता है। ऐसे मामलों में घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब चालान से राहत पाने का एक आसान और कानूनी तरीका मौजूद है, लोक अदालत। यह अदालत लगभग हर महीने आयोजित की जाती है, जहां छोटे-मोटे ट्रैफिक चालानों और अन्य मामलों का तुरंत और बिना किसी अधिक खर्च के निपटारा किया जाता है। लोक अदालत में जाने पर ज्यादातर मामलों में चालान की राशि को या तो काफी हद तक कम कर दिया जाता है, या फिर मामले की परिस्थिति को देखते हुए पूरी तरह से माफ भी कर दिया जाता है। यह उन लोगों के लिए सुनहरा मौका है, जो बिना लंबी कानूनी प्रक्रिया के अपने चालान से राहत पाना चाहते हैं।

कब लगता है लोक अदालत?

लोक अदालत का आयोजन आमतौर पर हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को किया जाता है, हालांकि यह तिथियां जगह के हिसाब से थोड़ी अलग हो सकती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने जिले या राज्य की न्यायिक वेबसाइट पर जाकर, या फिर नजदीकी अदालत से संपर्क कर अगली लोक अदालत की तिथि की जानकारी प्राप्त करें। यदि आपके वाहन का चालान किसी वजह से कट गया है, तो आप चालान से संबंधित सभी जरूरी दस्तावेजों जैसे, चालान की कॉपी, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस और पहचान पत्र के साथ लोक अदालत में मौजूद हो सकते हैं। लोक अदालत में मामलों का निपटारा बेहद आसान, तुरंत और बिना किसी अधिक खर्च के किया जाता है, जिससे आपको भारी-भरकम चालान से राहत मिल सकती है।

कैसे करें रजिस्ट्रेशन?

अगर आपके खिलाफ एक से अधिक चालान दर्ज हैं, तो सबसे पहले आपको हर चालान के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। यह प्रक्रिया आमतौर पर ऑनलाइन या संबंधित ट्रैफिक विभाग में जाकर पूरी की जा सकती है। रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको निर्धारित तिथि पर लोक अदालत में जाना होता है। वहां आप अपने चालानों से संबंधित दस्तावेजों के साथ अपना पक्ष रख सकते हैं। यदि मामला छोटा या हल्के उल्लंघन से जुड़ा हो, तो लोक अदालत में चालान की राशि को कम किया जा सकता है, या पूरी तरह से माफ भी किया जा सकता है। यह एक आसान और प्रभावी तरीका है, जिससे आप कानूनी तरीके से भारी जुर्माने से राहत पा सकते हैं।