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क्या हाई यूरिक एसिड में मखाने का सेवन होता है फायदेमंद, जानिए कैसे करें इस्तेमाल

हाई यूरिक एसिड (Hyperuricemia) एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है। यूरिक एसिड एक प्रकार का अपशिष्ट पदार्थ है, जो शरीर में purines (एक प्रकार के रासायनिक यौगिक) के टूटने से उत्पन्न होता है। अगर यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है, तो यह जोड़ों में जमा होकर गाउट जैसी दर्दनाक समस्या पैदा कर सकता है, और यह किडनी की समस्याओं का कारण भी बन सकता है।

अब सवाल यह उठता है कि क्या मखाने (Fox nuts या Lotus seeds) हाई यूरिक एसिड के मरीजों के लिए लाभकारी हो सकते हैं? चलिए, जानते हैं इसके बारे में।

मखाने और हाई यूरिक एसिड
मखाने, जो भारतीय व्यंजनों में एक लोकप्रिय खाद्य सामग्री है, न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। मखाने में न तो प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाता है, और न ही इनमें वह तत्व होते हैं, जो गाउट की समस्या को उत्पन्न करते हैं। इसके बजाय, मखाने में कई पोषक तत्व होते हैं, जो यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं मखाने के कुछ फायदे, जो हाई यूरिक एसिड के मरीजों के लिए लाभकारी हो सकते हैं।

मखाने के फायदे:
प्यूरीन की कम मात्रा
मखाने में प्यूरीन की बहुत कम मात्रा होती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाती है। इसका मतलब है कि मखाने का सेवन यूरिक एसिड के स्तर पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता, और यह गाउट जैसी समस्याओं को बढ़ावा नहीं देता।

अच्छा स्रोत है फाइबर का
मखाने में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखता है। फाइबर रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे वजन भी नियंत्रण में रहता है और यूरिक एसिड का स्तर भी सामान्य रहता है।

एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
मखाने में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। चूंकि यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर अक्सर जोड़ों में सूजन का कारण बनता है, मखाने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इस सूजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

किडनी को स्वस्थ बनाए रखें
मखाने में अच्छी मात्रा में पोटेशियम होता है, जो किडनी की सेहत के लिए फायदेमंद है। यह किडनी की कार्यप्रणाली को सही बनाए रखने में मदद करता है, जिससे यूरिक एसिड के किडनी में जमने का खतरा कम होता है।

वजन नियंत्रण में सहायक
मखाने का सेवन लंबे समय तक भूख को दबाए रखता है, जिससे यह वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। यूरिक एसिड के मरीजों के लिए यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि अधिक वजन यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है।

हृदय स्वास्थ्य में सुधार
मखाने में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स (MUFAs) पाए जाते हैं, जो दिल के लिए अच्छे होते हैं। ये रक्तदाब को नियंत्रित करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं, जो यूरिक एसिड से जुड़े हृदय रोगों को रोकने में सहायक हो सकते हैं।

कैसे करें मखानों का सेवन?
हाई यूरिक एसिड वाले लोग मखाने को विभिन्न तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं:

कच्चे मखाने: कच्चे मखानों को आप सीधे खा सकते हैं या इन्हें हल्का भूनकर नमक, हल्दी और काली मिर्च के साथ स्वादिष्ट स्नैक के रूप में खा सकते हैं।
मखाना पाउडर: मखाने को पीसकर उनका पाउडर बना सकते हैं और इसे दही, स्मूदी या सूप में डालकर खा सकते हैं।
मखाना चिउड़े: मखानों को सेंककर इन्हें चिउड़े के रूप में खा सकते हैं, जो एक हेल्दी स्नैक है।

हाई यूरिक एसिड वाले व्यक्तियों के लिए मखाने एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। यह न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने वाले पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं। लेकिन किसी भी आहार में बदलाव करने से पहले, यह जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से सलाह लें, खासकर अगर आपको यूरिक एसिड से संबंधित कोई गंभीर समस्या है।