उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रही है. सीट शेयरिंग के तहत सूबे की 80 में से 63 सीट पर सपा और 17 सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. सपा ने अभी तक अपने कोटे की 51 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, लेकिन अखिलेश यादव एक के बाद एक सीट पर प्रत्याशी बदल रहे हैं. बदायूं से लेकर मेरठ और मुरादाबाद तक की सीट पर उम्मीदवार बदले जा चुके हैं. इस फैसले से सपा की रणनीति पर सवाल खड़े होने के साथ-साथ चुनाव में भी दांव कहीं उल्टा न पड़ जाए.