मथुरा में कृष्ण की भक्ति से पीएम नरेन्द्र मोदी राजस्थान में बीजेपी के लिए सत्ता की शक्ति पाना चाहते हैं. देवोत्थान एकादशी 23 नवंबर को वे कृष्ण जन्म भूमि जा रहे हैं. बीजेपी के कार्यकर्ता नारे लगाते रहे हैं ‘अयोध्या तो झांकी है. काशी और मथुरा बाकी है’. काशी में ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का काम पूरा हो चुका है. आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया अब रिपोर्ट तैयार कर रही है. उधर कृष्ण जन्म भूमि के एडवोकेट कमिश्नर से सर्वे कराए जाने का मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट में है.
पीएम मोदी के कृष्ण जन्म भूमि जाने के पीछे राजनैतिक संदेश भी हो सकता है. ‘राम’ के बाद ‘कृष्ण’ बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे पर हो सकते हैं. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पहले ही कह चुके हैं कि काशी और मथुरा संघ के एजेंडे पर नहीं है. लेकिन बीजेपी इसी बहाने हिंदुत्व की धार बनाए रखना चाहती है.