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आज मां ब्रहमचारिणी का दिन, कहां-कहां है माता के मंदिर… क्या है खासियत

हिंदू धर्म में नवरात्रि का खास महत्व माना जाता है, आज चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है जो कि मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित है. इस दिन भक्त अपने घरों में और मंदिरों में जाकर भी माता की आराधना करते हैं. वैसे तो नवरात्रि के पूरे नौ दिन मंदिरों में भक्तों का तांता लगा ही रहता है. लेकिन कुछ मंदिर जो किसी विशेष देवी को समर्पित होते है उस दिन उन मंदिरों में कुछ खास ही रौनक देखने को मिलती है. आज हम आपको मां ब्रह्मचारिणी के कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं.

काशी में मां का सबसे प्रसिद्ध मंदिर

मां ब्रह्मचारिणी का सबसे प्रसिद्ध मंदिर वाराणसी में स्थित है, बता दें कि भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए मां ब्रह्मचारिणी ने कठोर तप किया था, जिसकी वजह से ही वह संसार में ब्रह्मचारिणी के नाम से जानी गई. इसलिए भगवान शिव की नगरी काशी में माता ब्रह्मचारिणी का भी मंदिर स्थित है. यह मंदिर देखने में बहुत ही भव्य और सुंदर दिखाई देता है.

मां पूर्वी देवी बाघम्बरी मंदिर

लखनऊ के शास्त्री नगर स्थित दुर्गा मंदिर में भी देवी की पूजा मां ब्रह्मचारिणी के रूप में की जाती है. हर साल नवरात्रि के दूसरे दिन यहां मां ब्रह्मचारिणी के दर्शन करने के लिए सुबह से ही भक्तों का लाइन लग जाती है. नवरात्रि में इस मंदिर की खास सजावट की जाती है. साथ ही फूलों से माता का दरबार सजाने के बाद काजू, बादाम, मखाने से माता का शृंगार किया जाता है.

बगोई माता का मंदिर

मध्य प्रदेश में बेहरी के जंगल में बगोई माता का मंदिर स्थित है. यहां इनकी पूजा मां ब्रह्मचारिणी के रूप में की जाती है. दूरस्थ अंचल में होने के कारण यहां जाने के लिए कच्चा मार्ग है. नवरात्रि में भक्त नौ दिनों तक नंगे पैर जाकर माता के दर्शन करते हैं. यहां भक्त अपनी मन्नत पूरी होने पर माता को प्रिय वस्तु मिश्री व पंचामृत भोग लगाते हैं. दूध, घी एवं गुड़ से बना प्रसाद चढ़ाते हैं. भूरे कद्दू की पूजा कर माता को अर्पित करते हैं.