मई का महीना आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं लेकिन अभी से गर्मी का कहर टूटने लगा है, पूरे देश में भीषण गर्मी का प्रकोप है। इससे लोगों को रोजाना के काम करने में काफी दिक्कत हो रही है। राजस्थान के बीकानेर में लोग भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है। कड़ी धूप में निकलने से पहले लोग पूरा एहतियात बरत रहे हैं।
मजबूरी या ज्यादा जरूरी काम की वजह से जिन लोगों को बाहर निकलना पड़ रहा है, वह और ज्यादा परेशान हैं। गर्मी से थोड़ी राहत दिलाने के लिए स्थानीय प्रशासन सड़कों पर पानी का छिड़काव करा रहा है ताकि धूल कम उड़े और थोड़ी नमी भी बनी रहे। इसके अलावा बीकानेर जिला प्रशासन ने छात्रों के स्कूल के टाइम में भी थोड़ा बदलाव किया है, बीकानेर की तरह ही तटीय राज्य ओडिशा के भी कई जिलों में लू जैसे हालात हैं। ज्यादा गर्मी की वजह से मौसम विभाग ने ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किए हैं।
देश के ज्यादातर हिस्सों में गर्मी का कहर चरम पर है। स्थानीय प्रशासन हीटवेव का अलर्ट जारी कर रहे हैं। इसके अलावा लोगों को बिना काम के बाहर न निकलने, पानी पीते रहने की सलाह दी जा रही है, लोगों को दोपहर में बाहर न निकलने की हिदायत भी दी जा रही है। संबंधित जिलों के स्वास्थ्य विभाग बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों से अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “पश्चिमी राजस्थान में देखें तो बीकानेर जो है वो गर्म रहता है। ये लू की चपेट में चल रहा है अभी। जो लोग बाहर निकल रहे हैं, वे जरूरी कोई काम है, तभी निकल रहे हैं अन्यथा लोग घर में बैठे हैं कूलरों मे क्योंकि हीटवेव चल रही है यहां पे, लू गर्म हवाएं और गर्मी के कारण तेज धूप भी है। बीकानेर में गर्मी कई दिनों से बढ़ती जा रही है लगातार।”
“बीकानेर में पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि बहुत जल्दी गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। सड़कों पे आग उगल रही है। गाड़ियों में, दोपहिया वाहनों पे चलाना मुश्किल हो रहा है। लगातार गर्मी से गला सूख रहा है। इससे बचाव के लिए यही है कि हाथ पैरों को, सिर को ढककर रखएं। ज्यादा दिक्कत है तो छांवदार जगह में रुक जाना चाहिए। पानी हमेशा अपने साथ पानी रखना चाहिए, उसमें ग्लूकोज मिला के पानी रखो तो बहुत बढ़िया है।”