नीलगिरी जिले के कोटागिरी के पास कुरुक्कथी गांव की महिला बडगा समुदाय से पहली पायलट बन गई है। बडगा तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में रहने वाला एक जातीय-भाषाई समुदाय है, जिसे काफी बैकवर्ड माना जाता है।
जयश्री निजी पायलट लाइसेंस हासिल करने वाली समुदाय से पहली बनकर बडागास के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं। सेवानिवृत्त ग्राम प्रशासनिक अधिकारी मणि की बेटी जयश्री ने अपनी स्कूली शिक्षा शहर में पूरी की और कोयंबटूर में इंजीनियरिंग में स्नातक की।
जयश्री का पायलट बनने का बचपन का सपना तब साकार हुआ जब वह कोरोना के दौरान एक आईटी कंपनी के लिए घर से काम कर रही थी। इस पर ऑनलाइन शोध करने और अपने परिवार के साथ इस विचार पर चर्चा करने के बाद, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में एक पायलट प्रशिक्षण संस्थान में शामिल होने का फैसला किया।
छह महीने के प्रशिक्षण के बाद अब जयश्री ने निजी पायलट लाइसेंस परीक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा कर पहली महिला पायलट बन गईं है।
अपनी सपनों की यात्रा के बारे में जयश्री ने बताया कि, ''मुझे ये कहते हुए गर्व हो रहा है कि मैं अपने समुदाय और पूरे नीलगिरी जिले से पहली महिला पायलट हूं। मुझे उम्मीद है कि ये बहुत सी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनेगी। मुझे लगता है कि न केवल इस पेशे के लिए ये बहुत से लोगों के लिए एक प्रेरणा होनी चाहिए कि वे जो करना चाहते हैं उसे आगे बढ़ाएं और बड़े सपने देखें। जीवन में बाद के चरण में करियर बदलना कोई आसान काम नहीं है। मुझे उम्मीद है कि ये बहुत से लोगों के लिए प्रेरणा होगी और उन्हें वे करने के लिए प्रेरित करेगी जो वे करना चाहते थे।"