Breaking News

IPL 2024: आज गुजरात और कोलकाता के बीच होगा मुकाबला     |   दिल्ली HC में मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर आज सुनवाई     |   ED द्वारा गिरफ्तारी के खिलाफ हेमंत सोरेन की याचिका पर SC में आज सुनवाई     |   राहुल गांधी आज रायबरेली में करेंगे प्रचार     |   मुंबई के वसई में सभा को संबोधित करेंगे अमित शाह     |  

Rajasthan: कोटा में बच्चों की सुसाइड पर सीएम गहलोत ने कोचिंग संचालकों को लगाई फटकार, दिया कमेटी बनाने का आदेश

राजस्थान के कोटा जिले में हर वर्ष बच्चा डॉक्टर-इंजीनियर बनने का सपना लेकर आता है. लेकिन बदले में मिलती है सिर्फ निराशा. पिछले 8 माह में 21 बच्चों ने आत्महत्या कर ली. इसका कारण सिर्फ पढ़ाई का तनाव माना जा रहा है. शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत ने कोटा में छात्र आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की. इस दौरान उन्होंने कोचिंग संचालकों को फटकार भी लगाई. सीएम गहलोत ने अधिकारियों को इन्हें रोकने के लिए सुझाव देने के लिए एक कमेटी बनाने का आदेश दिया है. 

सीएम गहलोत ने कोचिंग संचालकों के साथ मीटिंग में कहा कि, मैं कोटा में बच्चों को इस तरह से मरता नहीं देख सकता. सिस्टम सुधारिए. नौवीं पास बच्चों का वहां स्कूल में एडमिशन दिखाते हैं, डमी क्लास लगाती है. स्कूल और कोचिंग दोनों बच्चा साथ में करता है. आईआईटियन बन गया तो कोई खुदा नहीं बन गया बच्चा?

सीएम गहलोत ने कहा, कोचिंग संस्थानों में कक्षा नौ और 10 के छात्रों का नामांकन करने से उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। क्योंकि उन्हें बोर्ड परीक्षा भी देनी होती है। गहलोत ने कहा, आप नौवीं और 10वीं कक्षा के छात्रों को बुलाते हैं, आप एक तरह से अपराध कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है मानो आईआईटी खुदा हो। कोचिंग में आते ही छात्रों का फर्जी स्कूलों में नामांकन करा दिया जाता है, यह माता-पिता की भी गलती है।

सीएम ने पूछा कि शहर में सबसे ज्यादा आत्महत्या के मामले एलन कोचिंग संस्थान से क्यों थे, जब उन्हें बताया गया कि इस साल कोटा में आत्महत्या से मरने वाले 21 छात्रों में से 14 इसी संस्थान से थे। सीएम को यह भी बताया गया कि एलन इंस्टीट्यूट में सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स हैं।

संस्थान के एक प्रतिनिधि ने बैठक के दौरान बताया, कोचिंग संस्थान कक्षा नौ या 10 के छात्रों को नहीं बुलाते हैं। लेकिन शिक्षा प्रणाली ऐसी है कि माता-पिता अपने बच्चों के लिए बेहतर विकल्प चाहते हैं। इस पर गहलोत ने कहा कि वह किसी खास संस्थान को निशाना नहीं बना रहे हैं, बल्कि यह जानना चाहते हैं कि संस्थान में सबसे ज्यादा आत्महत्याएं क्यों होती हैं?