ओडिशा के रेवन्यू और डिजास्टर मिनिस्टर सुरेश पुजारी ने मंगलवार को कहा कि राज्य में आने वाले चक्रवात 'दाना' को देखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव वाला क्षेत्र बुधवार तक भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। सोमवार को ये और मजबूत हो गया है। इसके साथ ही तूफान के ओडिशा और पश्चिम बंगाल से सटे तटों पर पहुंचने की उम्मीद है।
पुजारी ने कहा, "हमने सभी तरह की व्यवस्थाएं की हैं, जिला और जमीनी स्तर पर समीक्षा बैठकें पहले ही पूरी हो चुकी हैं। लगभग 250 रिलीफ कैंप उन लोगों के लिए तैयार हैं, जिन्हें बचाया जाएगा और उन्हें पीने का पानी, बिजली और खाने जैसी सभी सुविधाएं मिलेंगी यहां। डॉक्टर और दवाएं जमीनी स्तर पर मौजूद हैं। इसलिए सभी तैयारियां पूरी हैं।"
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान के मजबूत होते ही दोनों राज्यों में शुक्रवार तक तीन दिन भारी बारिश हो सकती है। इस बीच ओडिशा सरकार ने सैलानियों के लिए एडवाइजरी जारी की है और उनसे चक्रवात के आने से पहले पुरी तट को खाली करने को कहा है। पुरी बीच पर लाइफगार्ड भी आम लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं।
उधर, हालात को देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अधिकारियों को चक्रवात से प्रभावित इलाकों से लोगों को शिफ्ट करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्हें रिलीफ कैंप में खाना-पानी और दवाईयां मुहैया करने को कहा है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। राज्य सरकार का कहना है कि वो हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। वहीं हालत को देखते हुए गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर समेत 14 जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।