कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है. उनका कहना है कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों से सांसदों का सामूहिक निलंबन पूर्व निर्धारित और सरकार की ओर से पूर्व नियोजित प्रतीत होता है. उपराष्ट्रपति की ओर से तमाम मसलों पर चर्चा के लिए बुलाए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने जवाब दिया है. खरगे ने कहा कि वह फिलहाल दिल्ली से बाहर हैं और उन्होंने नई बैठक का प्रस्ताव रखा है.
उन्होंने कहा कि मैं फिलहाल दिल्ली से बाहर हूं. यह मेरा विशेषाधिकार होगा और वास्तव में मेरी ड्यूटी होगी कि मैं दिल्ली वापस आते ही आपके सुविधानुसार जल्द से जल्द मिलूं. खरगे ने शीतकालीन सत्र के बाद धनखड़ के सुझाव पर भी सहमति व्यक्त की है. उनका कहना है कि इसका उत्तर खुद को संविधान, संसद, संसदीय प्रथाओं और लोकतंत्र में सहज विश्वास के प्रति सच्चा रखने में निहित है, जबकि एक सत्तावादी सरकार संसद को खत्म करने पर आमादा है.