जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने और एक राज्य को दो हिस्सों में बांटकर केंद्रशासित प्रदेश बनाने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट कुछ देर में फैसला सुनाएगा. कोर्ट यह देखेगा कि क्या संसद के पास संविधान के अनुच्छेद 370 में बदलाव करने और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा छीनने का अधिकार था, या यह सिर्फ पूर्व राज्य की संविधान सभा की सिफारिशों पर ही किया जा सकता था?
सुप्रीम कोर्ट के धारा 370 पर फैसले से पहले वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि ‘कुछ लड़ाइयां हारने के लिए लड़ी जाती हैं.’ उन्होंने कहा कि इतिहास को पीढ़ियों के जानने के लिए असुविधाजनक सच्चाई को दर्ज करना होगा. संस्थागत कार्रवाइयों के सही और गलत होने पर आने वाले वर्षों में बहस होती रहेगी.