Breaking News

NIA अनमोल बिश्नोई को दिल्ली एयरपोर्ट से निकालकर ले गई     |   नीतीश चुने गए NDA विधायक दल के नेता, सम्राट चौधरी ने रखा था प्रस्ताव     |   नीतीश कुमार चुने गए NDA विधायक दल के नेता, 10वीं बार लेंगे सीएम पद की शपथ     |   ग्रेटर नोएडा में शटरिंग खोलने के दौरान गिरा लेंटर, मलबे में दबे 5 मजदूर     |   आंध्र प्रदेश पुलिस ने खुफिया ऑपरेशन में पकड़े 50 से ज्यादा नक्सली     |  

पूर्वोत्तर में हाई-परफॉर्मेंस स्पोर्ट्स डेवलपमेंट पर उच्च स्तरीय बैठक में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया

केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया आज मणिपुर के राज्यपाल श्री अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय स्पोर्ट्स टास्क फोर्स बैठक में शामिल हुए। बैठक में केंद्रीय खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री रक्षाखडसे, मिजोरम के खेल मंत्री लालंघिंगलोवा हमर, मेघालय के खेल मंत्री शाकलियार वारजरी, असम सरकार एवं भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में पूर्वोत्तर को हाई-परफॉर्मेंस स्पोर्ट्स के केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए एक समन्वित और परिणाम-उन्मुख रोडमैप पर विस्तार से चर्चा हुई।

“वन स्पोर्ट, वन स्टेट” मॉडल पर जोर
बैठक में तय किया गया कि हर राज्य एक मुख्य खेल को चुनकर उसके संपूर्ण विकास पर कार्य करेगा। इस मॉडल के तहत राज्यों ने अपने प्रमुख खेल इस प्रकार तय किए—

मिजोरम: फुटबॉल
मणिपुर: बॉक्सिंग व वेटलिफ्टिंग
त्रिपुरा: जूडो
मेघालय: तीरंदाजी
नगालैंड: तीरंदाजी व ताइक्वांडो
सिक्किम: ताइक्वांडो

सिंधिया ने निर्देश दिया कि इन राज्यों के खेल मंत्रियों व सचिवों को मिलकर विस्तृत माइक्रो-प्रपोज़ल तैयार करना चाहिए, जिन्हें MoS स्पोर्ट्स रक्षाखडसे और SAI के डीजी हरिरंजन राव के साथ समन्वय में अंतिम रूप दिया जाए।

“60–40 मॉडल” लागू होगा
सिंधिया ने कहा कि प्रस्ताव में 60% फोकस मानव संसाधन विकास, विश्वस्तरीय कोचिंग, टैलेंट स्काउटिंग और टेक्नोलॉजी आधारित ट्रेनिंग पर होना चाहिए, जबकि 40% फोकस इन्फ्रास्ट्रक्चर पर।
उन्होंने कहा—

“सच्ची खेल उत्कृष्टता सिर्फ मैदानों से नहीं, बल्कि उत्कृष्ट कोचिंग, तकनीक और एथलीट-केंद्रित प्रशिक्षण से आती है। पूर्वोत्तर के लिए यह मॉडल निर्णायक साबित होगा।” उन्होंने आश्वासन दिया कि DoNER मंत्रालय इस विज़न को आगे बढ़ाने के लिए पूर्ण सहयोग देगा।

राज्यों को विस्तृत स्पोर्ट्स कैलेंडर बनाने के निर्देश
सिंधिया ने हर राज्य से कहा कि वे प्री-स्कूल, स्कूल, यूनिवर्सिटी और ब्लॉक स्तर तक का संपूर्ण खेल कैलेंडर तैयार करें, जिसमें इंटर-स्टेट टूर्नामेंट, एक्सपोज़र विज़िट और एक्सचेंज प्रोग्राम शामिल हों।

उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्षों में पूर्वोत्तर का कम से कम एक खेल राष्ट्रीय स्तर पर ‘सक्सेस मॉडल’ के रूप में सामने आना चाहिए।

पूर्वोत्तर बनेगा भारत का “स्पोर्ट्स पावरहाउस”
बैठक में हुई चर्चा सरकार के उस संकल्प को मजबूत करती है जिसमें पूर्वोत्तर के प्राकृतिक खेल कौशल, प्रतिभा और क्षमता को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण व निवेश के माध्यम से उभारकर विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित करना है।

पूर्वोत्तर के लिए यह रणनीति उसे भारत का अगला हाई-परफॉर्मेंस स्पोर्ट्स हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।