भारत के अर्थव्यवस्था से जुड़ी चिंता की खबर सामने आ रही है। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट देखने को मिल सकती है। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था दूसरी तिमाही में साल-दर-साल 80-100 बीपीएस की गिरावट हो सकती है। इसका कारण बाहरी मांग में कमजोर होना बताया जा रहा है।
सरकार द्वारा दूसरी तिमाही के नतीजें 30 नवंबर को जारी होंगे। लेकिन नतीजों से पहले घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा के अर्थशास्त्रियों ने यह अनुमान लगाया था कि भारत की जीडीपी दूसरी तिमाही में 7 प्रतिशत हो सकती है, वहीं ब्रिटिश ब्रोकरेज बार्कलेज ने जीडीपी 6.8 प्रतिशत का अनुमान लगया है।
बार्कलेज के मुताबिक जीडीपी के 6.8 प्रतिशत पर रहने का अनुमान उपयोगिता क्षेत्रों (खनन और बिजली उत्पादन) और विनिर्माण, निर्माण और सार्वजनिक खर्च के कारण है।