Gujarat: जैसे-जैसे आम जीवन से जु़ड़ी सुविधाएं ऑनलाइन होती जा रही हैं, साइबर क्राइम और पहचान का खुलासा, आम लोगों के रुपयों और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। गुजरात सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक और फौरन कार्रवाई के लिए कई मजबूत कदम उठाए हैं। गुजरात पुलिस की साइबर सेल ने साइबर अपराध रोकथाम इकाई - साइबर क्राइम प्रिवेंशन यूनिट शुरू किया है। ये यूनिट साइबर धोखाधड़ी के पैटर्न की जांच करती है और साइबर अपराध घटना प्रतिक्रिया इकाई को तत्काल तकनीकी और कानूनी सहायता मुहैया कराती है।
1930 राष्ट्रीय हेल्पलाइन और राज्य साइबर सेल ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ एक मजबूत बचाव के रूप में काम करती है। ये धोखाधड़ी के शिकार लोगों के लिए रुपयों की वापसी सुनिश्चित कराती है।
नौकरी के मामले में धोखाधड़ी, लोन घोटाले, ऑनलाइन कार्ड चोरी, ईमेल से संबंधित अपराध और वेबसाइट घोटालों के मामले में पीड़ितों की मदद और उन्हें जागरूक करना बेहद जरूरी होता है। केस स्टडी के तौर पर अहमदाबाद के एक युवा निवेशक स्मित पटेल का मामला सामने आया है। स्मित ने सोशल मीडिया पर ज्यादा रिटर्न का विज्ञापन देखकर पांच लाख रुपये निवेश कर दिए थे। कुछ दिन तो रिटर्न मिलता रहा लेकिन उसके बाद ऐप ने अचानक काम करना बंद कर दिया। स्मित पटेल ने साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई और साइबर सेल की बदौलत उन्हें एक महीने के अंदर ठगे गए पांच लाख रुपये वापस मिल गए।
स्मित की तरह ठाकुर बालाजी सोमाजी को भी फेक वेबसाइट के जरिये 10 लाख रुपये का नुकसान हो गया। सोमाजी ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है और उन्हें अपने रुपये वापस मिलने की पूरी उम्मीद है।
2024 में, साइबर क्राइम नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर 5 लाख 10 हजार से ज्यादा धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई गई थीं। मार्च 2025 तक, ये आंकड़ा छह लाख 80 हजार पार कर गया। इसमें एक लाख 78 हजार औपचारिक शिकायतें भी दर्ज की गईं। गुजरात पुलिस की साइबर क्राइम सेल शिकायतों के आधार पर न सिर्फ ट्रैक करती है बल्कि ठगों तक पहुंचकर पीड़ितों को उनके रुपये वापस दिलाती है। टीम धोखाधड़ी वाले ट्रांसफर को रोकने के लिए बैंकों के साथ मिलकर काम करती है और पीड़ितों को उनके रुपये वापस दिलाने में मदद करती है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात पुलिस अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए ऑनलाइन खतरों के खिलाफ सुरक्षा लगातार मजबूत कर रही है।