कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी को गोवत्स द्वादशी मनाई जाती है, इस बार गोवत्स द्वादशी 9 नवंबर को पड़ रही है. यह द्वादशी नंदिनी व्रत के रुप में भी मनाई जाती है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि गोवत्स द्वादशी पर भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने व उनका आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं. यह व्रत वे महिलाएं भी रखती हैं, जिनके संतान सुख का आर्शीवाद पाना होता है, क्योंकि इस दिन गौ माता की बड़ी श्रद्धा भाव से पूजा की जाती है, इससे भगवान श्री कृष्ण जल्द ही अत्यधिक प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों की हर हाल में रक्षा करते हैं. माना जाता है कि गौ माता में 84 लाख देवी देवताओं का वास होता है. गोवात्स द्वादशी पर गौ मईया की पूजा कर व्रती महिलाओं को कृष्ण का आर्शीवाद मिलता है.