15 अक्टूबर यानी कि आज से नौ रूपों को धारण करने वाली माता आदि शक्ति हर घर में विराजमान हो रही हैं। आज नवरात्रि के पावन पर्वर आगाज हो चुका है। हर जगह भक्तिमय महौल है। सुबह से ही मदिरों में भक्तों का ताता लगा हुआ। देश के अल अलग मदिरों में सुबह से ही पूजा- अररचना की जाने लगी है। भक्तों में आदिसक्ति शक्ति के प्रति आस्थी और भक्ति का सैलाब उमड़ता हुआ नजर आ रहा है।
मंदिरों मे घंटे की टंकार के साथ जय माता दी नारों की गूंज सुनाई दे ऱही है। जिसकी वजह से वातावरण मे एक अलग सा बदलाव देखने को मिल रहा है। ऐसा बदलाव जो इस बात से आभास करा रहा हैं जैसे हमारे आस पास की किसी देवीय शक्ति की उर्जा का संचार हो रहा है। नवरात्रि के प्रथम दिन से हीं पर्यावरण मंत्र मुग्ध होता नजर आ रहा है। आज के दिन प्रथ पुत्री मां शैलपुत्री की पूजा कि जाती है। ये दिन पने आप में बेहद ही खास, आस्था और भक्ति भावनाओं से पिरोया हुआ होता है।
आपको बता दें कि नवरात्रि में हर बार आदि शक्ति अलग अलग वाहनों की सवारी पर आती हैं। जो अलग अलग तरह के संदेश भी देती हैं। जो ये तय करता है क आने वाला सयम कैसा होगा। जो कई बार शुभ होता है तो वहीं कई बार कुछ बार मां की सवारी अशुभ संकेत भी देती हैं। तो वहीं इस बार की बात करें तो आदि शक्ति का आगम शुभ सकेंतों कि ओर इसारा कर रहा है। धार्मिक ग्रन्थों और जानकारों के मुताबिक इस बार आदि शक्ति हाथी पर सवार होकर आई हैं जो आने वाले सयम के लिए बेहद ही शुभ फलदायी माना जाने वाला है। इस बार माता रानी का वाहन हाथी होगा।