पूरे पांच महीने होने वाले हैं जब चंद्रयान 3 ने चांद के दक्षिणि पोल पर अपनी सफल सॉफ्ट लैंडिंग कराई थी। जो भारत की भारत की कामयबी का परचम था। लेकिन एक बार फिर चांद पर हुई चहलकमी से गुड न्यूज मिली है। खबर है कि अब नासा यानी की नेशनवल एयरोऩटिक्स स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के एकयान ने सीधा विक्रम लैंडर से सप्रंक साधा है। कि ये अब तक के पूरे पांच महीने के अंतराल के तहत इसे बेहद ही अहम मोड़ साबित हो सकता है। चांद्रयान भारत का ऐतिहासकि,स्वर्णिम, कामयाबी का मिशन है। चंद्रयान 3 अंतरिक्ष चांद पर तमाम तरह की जानकारी और वहां मानव जीवन की क्या कुछ संभावनाएं इसे पता लगाएं के उद्देश्य से भेजा गया है।
नासा की तरफ से दो खुश खबरी दी गई है उसके मुताबिक उसका कहना है नासा के लूनर रिकॉनसेंस ऑर्बिटर यानी की नासा ने अपना लेजर एल्टीमीटर इंस्टूमेंटर विक्रम की तरफ कदम बढाया है। और साथ ही लूनर ने लैंडर के पास एक लेजर पल्स चलाई जो कि ये अपने आप में बेहद ही अहम पड़ाव साबित करता है। चांद के दक्षिणि पोल पर मैंजिस क्रेटर के पास से 62 मील दूर था । जब वहां से एक किसी चीज का रिफ्लेक्शन आया तो नासा के वैज्ञानिकों की खुशी दोगुना हो गई वो जान गए कि उनकी भेजी गई तकनीक काम आई। चांद के दक्षिणि पोल जो कि एक ठोस हिस्स माना जाता है जहां इस हिस्सें में आज तक कोई न पहुंच पाया है लेकिन भारत ने अपने दृढ निश्चय से यहां कामयाबी से यहां भी झड़ा गाड़ दिया है।