दिल्ली का सबसे बड़ा थोक व खुदरा बाजार सदर बाजार का है, जहाँ दुकानों के साथ-साथ पटरियों पर भी होली के रंग, गुलाल और पिचकारियों से पटी पड़ी है। हर साल की तरह इस बार बाजार में काफी ज्यादा रौनक है क्योंकि बाजार में खरीदारी करने के लिए लोगों की भारी भीड उमड़ रही है। खासतौर पर सस्ते और किफायती दरों की खोज में नकली रंगो और गुलाल बेचने वालों की चपेट मे आ जाते है। ये खबर सभी को खबरदार करने के लिए है कि कभी भी नकली और अप्रकृतिक रंगो औऱ गुलालो की खरीदारी से बचे। क्योंकि ये रंग और गुलाल आपके होली के रंगीन त्यौहार को फीका कर सकता है।
सदर बाजार में ज्यादातर फुटपाथ पर नकली रंगो और गुलाल के भरमार लगे है जो होली के मौके पर आँख बंद कर बेच रहे है। यहाँ के स्थानीय दुकानदारों के अनुसार पटरी वाले तो नकली रंग और गुलाल बेच कर चले जाते है लेकिन बदनामी वहां के कारोबारियों काी होती है। इनका आग्रह है कि हमेशा अच्छे ब्रांड के साथ हरबल रंग और गुलाल की खरीदारी दुकान से ही करें। पुराने ग्राहकों को भी पता है कि पटरी वाले माल बेचते ही अपनी जगह बदल देते है।
दुकानदार का कहना है कि ज्यादातर पटरी पर रंग गुलाल नकली मिलता है ना तो उस पर बारकोड़ होता है और ना ही कोई पता होता है, ऐसे में ग्रहकों से अपील है के सस्ते के चक्कर में नकली माल नहीं ख़रीदे और दुकानदार से ही खरीददारी करें।
हो सकते हैं ये नुकसान
रंगों में कई तरह के केमिकल और हानिकारक रसायन मिले होने से आंखों और स्किन में एलर्जी, सांस की दिक्कत, स्किन पर घाव, बालों में रूखेपन की समस्या जैसी कई तरह की बीमारियां हो सकती है. ऐसे में अच्छे और प्राकृतिक रंगों को ही प्रयोग में लाएं जिससे होली के इस रंग में आप बीमारी के चपेट में ना आ सकें।