भाजपा के लोकसभा सदस्य प्रताप सिम्हा ने रविवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले पर बोलते हुए कहा कि लोग 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान तय करेंगे कि वह देशभक्त है या देशद्रोही है।
घटना और जांच के संबंध में कुछ बताए बिना उन्होंने कहा कि वह अपने खिलाफ लगाए गए कथित देशद्रोही आरोपों पर फैसला भगवान और अपने प्रशंसकों पर छोड़ देंगे। मालूम हो कि जो प्रदर्शनकारी 13 दिसंबर को लोकसभा कक्ष में घुस गए थे, वे सिम्हा के कार्यालय की सिफारिश पर जारी किए गए पास पर संसद में दाखिल हुए थे।
सिम्हा ने कहा, "चाहे प्रताप सिम्हा देशद्रोही हो या देशभक्त, मैसूर की पहाड़ियों पर विराजमान देवी मां चामुंडेश्वरी, ब्रह्मगिरि पर विराजमान देवी मां कावेरी, कर्नाटक भर में मेरे पाठक प्रशंसक जो पिछले बीस वर्षों से मेरी रचनाएं पढ़ रहे हैं और मैसूरु-कोडगू के लोग जिन्होंने साढ़े नौ साल तक मेरा काम देखा है और देश, धर्म और राष्ट्रवाद से जुड़े मुद्दों पर मेरा आचरण देखा है, वे अप्रैल, 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में वोट के जरिए अपना फैसला सुनाएंगे।"