भारत-पाकिस्तान के बीच शनिवार को जल, थल और वायु में एक-दूसरे के खिलाफ किसी तरह की सैनिक कार्रवाई न करने पर सहमति बनी। इसके बाद रविवार को जल, थल और वायु सेना के ऑपरेशन प्रमुखों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी।
डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि सात मई की रात अचूक निशाना साध कर 100 से ज्यादा आतंकियों को नेस्तनाबूद कर दिया गया। इनमें कई प्रमुख आतंकी ठिकाने शामिल थे। उन्होंने बताया कि उनके पास नौ आतंकी ठिकानों की सटीक खुफिया जानकारी थी। उनपर अचूक निशाना साधा गया और उन्हें बर्बाद कर दिया गया। लेफ्टिनेंट जनरल घई ने ये भी बताया कि सात मई से 10 मई के बीच पाकिस्तान के 35 से 40 फौजियों के भी मारे जाने की संभावना है।
डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑपरेशन, एयर मार्शल ए. के. भारती ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायु सेना की भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के हवाई हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। पाकिस्तानी वायु सेना के निशाने पर देश के महत्वपूर्ण संस्थान थे।
इसी तरह डायरेक्टर जनरल ऑफ नेवल ऑपरेशन, वाइस एडमिरल ए. एन. प्रमोद ने नौसैनिक कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सटीक संयुक्त कार्रवाई से पाकिस्तान को विवश होकर फौरन आपसी सहमति के लिए पहल करनी पड़ी। भारत-पाकिस्तान के बीच एक-दूसरे के खिलाफ सभी सैनिक कार्रवाइयां रोकने पर बनी सहमति के बाद सीमावर्ती इलाकों में लोग सुकून की सांस ले रहे हैं, हालांकि भारत ने पाकिस्तान पर आपसी सहमति तोड़ने का आरोप लगाया है।
डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन ने चेतावनी दी कि भारतीय सीमा के भीतर सीमापार से किसी भी तरह की आपत्तिजनक कार्रवाई का सख्ती से जवाब दिया जाएगा।
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर सटीक निशाना साधा था। उसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। ये पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के हाथों 26 बेगुनाहों की हत्या के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई थी।