विवादास्पद पेगासस जासूसी मामले से जुड़ी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में आज एक महत्वपूर्ण सुनवाई होने जा रही है। याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि सरकार ने इजरायली स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, राजनेताओं और अन्य नागरिकों की अवैध निगरानी की। इस मामले में पहले भी कई सुनवाइयां हो चुकी हैं, और सुप्रीम कोर्ट ने एक तकनीकी समिति का गठन कर मामले की जांच करवाई थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट अदालत में सौंप दी थी, लेकिन उसकी पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई थी।
आज की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट इस रिपोर्ट से संबंधित बिंदुओं पर विचार कर सकता है, साथ ही याचिकाकर्ताओं की मांगों जैसे कि पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक करने और जिम्मेदारी तय करने पर भी चर्चा हो सकती है। सरकार की ओर से अब तक यह कहा गया है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में ऐसे किसी भी तकनीकी उपकरण के उपयोग पर टिप्पणी नहीं कर सकती। वहीं याचिकाकर्ता इसे नागरिकों की निजता और लोकतंत्र पर सीधा हमला मानते हैं। पेगासस मामला भारत में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सुर्खियों में रहा है और आज की सुनवाई से यह तय हो सकता है कि आगे इस केस में कौन सी दिशा ली जाएगी।