नई दिल्ली में गुरुवार से शुरू हुए 16वें इंडिया आर्ट फेयर में मुख्य रूप से भारत और दक्षिण एशिया के आधुनिक और समकालिक कलाकारों की रचनाएं शामिल की गई हैं। मेले की 78 दीर्घाओं में 120 कलाकारों की रचनाएं देखने को मिल रही हैं। नई दिल्ली के एनएसआईसी एग्जीबीशन मैदान में लगे कला मेले में देश-विदेश के कुछ मशहूर समकालिक कलाकारों की दीर्घाएं हैं। इनमें कुछेक नायाब कला भी देखने को मिल रही है। इनके अलावा दक्षिण एशिया की पारंपरिक कला भी शामिल की गई है।
मेले में कुछ मशहूर आधुनिक भारतीय कलाकारों की दीर्घाएं भी हैं। मसलन, राम कुमार, एफ. एन. सूजा, एस. एच. रजा और एम. एफ. हुसैन। मेले में डीएजी, धूमिमल, चावला आर्ट गैलरी और आर्चर आर्ट गैलरी की भी दीर्घाएं हैं। इनके अलावा इमामी आर्ट, केमोल्ड प्रेस्कॉट रोड, श्राइन एम्पायर और एग्जिबिट 320 ने उभरते हुए कलाकारों, जैसे उज्ज्वल डे, मिथु सेन, तैय्यबा बेगम लिपि और ऋचा आर्य की रचनाओं के साथ अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। मेले में लगी गैलरी एस्पेस की दीर्घा में उभरते और मशहूर कलाकारों की मिली-जुली रचनाएं शामिल हैं।
प्रदर्शनी के अलावा मेले में संगोष्ठियां, कार्यशालाएं और प्रदर्शन भी शामिल हैं। इनसे आगंतुकों को कलाकारों, डिजाइनरों और कला विशेषज्ञों से रूबरू होने का मौका मिल रहा है। इंडिया आर्ट फेयर नौ फरवरी तक चलेगा।