Delhi: आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार पर लगाए गए आरोपों के बाद निर्वाचन आयोग (ईसी) ने पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि ईसी तीन सदस्यीय निकाय है जिसने दिल्ली विधानसभा चुनाव में चुनाव प्राधिकरण को बदनाम करने के लिए ‘‘जानबूझकर बार-बार दबाव बनाए जाने की रणनीति’’ का सामूहिक रूप से संज्ञान लिया है।
आयोग ने कहा कि ऐसी धारणा बनाई जा रही है कि निर्वाचन आयोग एक सदस्यीय निकाय है। निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा कि उसने संवैधानिक संयम बरतने, ऐसे आरोपों को समझदारी दिखाते हुए धैर्यपूर्वक निपटने का निर्णय लिया है। एएपी के संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं ने दावा किया है कि निर्वाचन आयोग भारतीय जनता पार्टी द्वारा चुनाव आचार संहिता के कथित उल्लंघन को नजरअंदाज कर रहा है।
केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि राजीव कुमार सेवानिवृत्ति के बाद पद पाने की चाह में बीजेपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। राजीव कुमार 65 साल की उम्र में 18 फरवरी को पद से सेवानिवृत्त होंगे।
चुनाव प्राधिकरण ने कहा, "तीन सदस्यीय आयोग ने दिल्ली चुनावों में ईसीआई को बदनाम करने के लिए जानबूझकर बार-बार दबाव बनाए जाने की रणनीति का सामूहिक रूप से संज्ञान लिया है। ऐसी धारणा बनाने की कोशिश की जा रही है जैसे कि ये एक सदस्यीय निकाय हो। आयोग ने इस तरह के आरोपों के खिलाफ संवैधानिक संयम बरतने, उन्हें समझदारी से और धैर्यपूर्वक झेलने और इस प्रकार के आरोपो से प्रभावित न होने का निर्णय लिया है।"
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के तहत बुधवार को वोट डाले जाएंगे। नतीजे आठ फरवरी को आएंगे।