Delhi: सरकार ने शनिवार को फैसला किया कि भारत अपनी जमीन पर भविष्य में होने वाली किसी भी आतंकी कार्रवाई को "युद्ध की कार्रवाई" मानेगा और उसी के अनुसार जवाब देगा। शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते संघर्ष के बीच पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी देते हुए इस फैसले के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने आतंकी घटनाओं के खिलाफ एक लाल रेखा खींचने की कोशिश की है और स्पष्ट किया है कि अगर पाकिस्तान से जुड़े आतंकी फिर से भारत को निशाना बनाते हैं तो वो पहलगाम की घटना के बाद की तरह ही सैन्य प्रतिक्रिया का पालन करेगी।
सरकार का ये फैसला भविष्य में होने वाली किसी भी आतंकी कार्रवाई के लिए भारत की सख्त प्रतिक्रिया को औपचारिक रूप देता है। एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने कहा, "भारत में भविष्य में होने वाली किसी भी आतंकी कार्रवाई को देश के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और उसी के अनुसार जवाब दिया जाएगा।" मोदी ने दोनों देशों के बीच शत्रुता शुरू होने के बाद से सुरक्षा प्रतिष्ठान सहित कई उच्च स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता की है और यह निर्णय व्यापक विचार-विमर्श का परिणाम था।
भारत ने लंबे समय से अपने क्षेत्र में सैनिकों और नागरिकों को निशाना बनाकर की गई हिंसक घटनाओं के लिए पाकिस्तान के आतंकी समूहों को दोषी ठहराया है, जिसमें 22 अप्रैल को कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पर 26 नागरिकों की हत्या की घटना भी शामिल है। 2014 में सत्ता में आने के बाद से मोदी सरकार ने पाकिस्तान से जुड़ी आतंकी घटनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया को काफी हद तक बढ़ा दिया है, जिसमें सशस्त्र बलों ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ अपने सबसे व्यापक हमले में पड़ोसी देश और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को सात मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत निशाना बनाया।
इसके बाद से पाकिस्तान ने भारत की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर कई सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक आबादी पर हमला करने का प्रयास किया है। भारत ने कहा है कि उसने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत ने शनिवार को कहा कि उसने पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर ड्रोन, लंबी दूरी के हथियारों और लड़ाकू विमानों का उपयोग करके नागरिक क्षेत्रों और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने की भड़काऊ कार्रवाई को प्रभावी ढंग से विफल कर दिया है क्योंकि दोनों पड़ोसियों के बीच संघर्ष और बढ़ गया है।
भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान अपने सैनिकों को अग्रिम क्षेत्रों में ले जा रहा है, जो स्थिति को और बढ़ाने के लिए "आक्रामक इरादे" का संकेत है। बड़े सैन्य संघर्ष की आशंकाओं के बीच सैन्य प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल तनाव न बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते पाकिस्तानी सेना भी ऐसा ही करे। भारत ने जोर देकर कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले के जरिए पाकिस्तान ने ही युद्ध के हालात को बढ़ाया है।