यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों ने बताया कि बेसमेंट में चल रही लाइब्रेरियों के खिलाफ एमसीडी की कार्यवाही के बाद लाइसेंस प्राप्त पुस्तकालय ने अपनी फीस को दोगुना कर दिया है। इससे पहले, पहली या दूसरी मंजिल पर चलने वाली लाइब्रेरी के मालिक प्रति माह 2000 रुपए से 3000 रुपए लेते थे। मगर अब 4000 से 6000 रुपए मांग रहे हैं। दिल्ली नगर निगम ने ओल्ड राजेंद्र नगर में उन इमारतों पर कार्रवाई की है, जिनके बेसमेंट का उपयोग लाइब्रेरी सहित व्यावसायिक उपयोग के लिए किया जा रहा है। ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित RAU'S IAS कोचिंग सेंटर में 27 जुलाई की शाम को एक बड़ा हादसा हुआ था यह कोचिंग संस्थान बिल्डिंग के बेसमेंट को अवैध रूप से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल कर रहा था। जिसमें भारी बारिश के कारण पानी भर गया और तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की डूबने से जान चली गई। इस हादसे के बाद (MCD) ने बेसमेंट का दुरूपयोग करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की।
वहीं दूसरी ओर UPSC एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्रों को मुशकिलों का सामना करना पड़ रहा है। कई पुस्तकालयों के बंद होने के बाद, उन्होंने यह जानते हुए भी कि छात्रों के पास कोई अन्य विकल्प नहीं है, फिर भी अपनी फीस दोगुनी कर दी है। जो छात्र जल्द ही (यूपीएससी) मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे, उनके पास कोई विकल्प नहीं है. क्योंकि छात्रों का कहना है कि जिन कमरों में वह रहते हैं वे इतने छोटे हैं कि वह वहां अच्छे से पढ़ाई भी नहीं कर सकते और उन्हें लाइब्रेरी में जाने की आवश्यकता पड़ती है।'
बता दें कि एमसीडी ने ओल्ड राजेंद्र नगर में जिन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की है, उनमें मशहूर यूपीएससी कोच विकास दिव्यकीर्ति का संस्थान 'दृष्टि आईएएस' भी शामिल है। एमसीडी पूरे शहर में बेसमेंट का दुरुपयोग करने वाले संस्थानों के खिलाफ यह कार्रवाई कर रही है।