मेरठ में गुब्बारे बेचने वाले मानू को शराब के नशे में मदहोश एक रईसजादे ने अपनी गाड़ी से कुचलकर मार डाला। आरोप कारोबारी जेल के बजाय हॉस्पिटल में मौज काट रहा है. पुलिस मानू के हिस्से के इंसाफ को करोड़पति आरोपी के हाथों बेच डाला. 24 घंटे बाद केस की धाराएं बदले जाने पर अब एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है,
आपको बता दे 48 सेकंड के वीडियो में फाइटर प्लेन की तरह दहाड़ती बेकाबू स्कॉर्पियो एक राहगीर को कुचलने के बाद कई पलटे खाती हुई सीधी खड़ी हो जाती है. गाड़ी की विंडो से कई लोग उतरते हैं और गुम हो जाते हैं. इस गाड़ी में रह जाता है अनुभव गोयल नाम का मेरठ का कारोबारी जिसे भीड़ ने पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया था. मगर पुलिस ने उसे बिना कार्रवाई के छोड़ दिया. उन्नाव का मानू मेरठ में गुब्बारे बेचकर अपना पेट पालता था जिसे अनुभव गोयल ने अपनी गाड़ी से कुचल कर मार डाला. पुलिस ने भानु के बहनोई से अज्ञात के खिलाफ तहरीर ली और केस दर्ज कर लिया.
वारदात का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की जमकर थू-थू हुई. मेरठ के सदर बाजार थानेदार शशांक द्विवेदी ने मानू की मौत को करोड़पति रईसजादे के हाथ बेच डाला. लखनऊ से जवाब तलब होने के बाद केस की धाराएं बदली गई और 5 आरोपियों के नाम जोड़े गए. पता चला कि जिस आरोपी को पुलिस ने सेटिंग के बाद छोड़ दिया वह मुजफ्फरनगर के एक फाइव स्टार टाइप अस्पताल में भर्ती है. अब पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर अस्पताल में पुलिस के जवान तैनात कर दिए हैं.
लेकिन कुछ सवाल हैं जिनके जवाब मानू की लाश मांग रही है...
1- कार से बरामद हुए आरोपी को बिना कार्रवाई के आखिर कैसे छोड़ दिया?
2- पुलिस के पास जब आरोपी था तो परिजनों को गुमराह करके अज्ञात के खिलाफ तहरीर क्यों ली गई?
3- पुलिस ने आरोपी को गायब करके मुजफ्फरनगर क्यों भेज दिया जबकि मेरठ में ही इलाज के लिए हायर मेडिकल सेंटर मेडिकल कॉलेज मौजूद है.
4- गाड़ी से बरामद हुई अंग्रेजी शराब की 14 बोतलें आखिर 24 घंटे तक क्यों छुपी रही?
5- 24 घंटे तक आरोपी अनुभव गोयल और उसके चार साथियों को कागजी कार्रवाई से क्यों दूर रखा गया?
6- अनुभव गोयल के मेडिकल टेस्ट में अल्कोहल की पुष्टि हुई थी. इसके बावजूद भी उसे केस में आरोपी क्यों नहीं बनाया गया?
7- अनुभव गोयल को किसके इशारे पर अभी तक मुजफ्फरनगर के फाइव स्टार हॉस्पिटल में मौज काटने को छोड़ा गया है. उसकी शिफ्टिंग मेरठ मेडिकल कॉलेज क्यों नही की गई?
रिपोर्ट-प्रदीप शर्मा, मेरठ