Breaking News

IPL 2024: राजस्थान ने चेन्नई को दिया 142 रनों का टारगेट     |   दिल्ली: चांदनी चौक की एक दुकान में लगी आग, दमकल की 13 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया     |   आज पटना में रोड शो करेंगे पीएम मोदी, शाम 6:30 बजे से होगी शुरुआत     |   संदेशखाली पुलिस ने एक BJP कार्यकर्ता को किया अरेस्ट, पार्टी कार्यकर्ताओं ने शुरू किया विरोध प्रदर्शन     |   हरियाणा: फ्लोर टेस्ट के लिए विशेष सत्र बुला सकती है सरकार     |  

औलाद की चाहत में पति पत्नी ने उठाया घिनौना कदम, 6 साल की मासूम बच्ची का निकाला कलेजा

कानपुर: औलाद पाने की चाहत में पति पत्नी ने भतीजे और गाँव के एक शख्स को शामिल कर 6 साल की मासूम बच्ची की हत्या कर उसका कलेजा निकाला। और फिर उस कलेजे को पति पत्नि ने खाया और बच्ची की लाश को खेत मे फेक दिया। यह घटना लगभग 3 साल पहले कानपुर नगर के घाटमपुर की है। औलाद पाने का ये तरीका उन्हें किसी तात्रिक ने बताया था। इसी कड़ी मे आज न्यायालय ने चारों आरोपियों को आजीवन कारावास की सज़ा दी गई।

कानपुर नगर के घाटमपुर कोतवाली के भादरस गाँव मे रहने वाले परशुराम पत्नि सुनैना, भतीजा अंकुर उर्फ़ लुला और पडोसी बीरेन ने मिलकर दरिंदगी और वहशत की ऐसी इबारत लिखी, जिसे सुन कर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे। दरअसल घटना 14 नवम्बर 2020 की है। परशुराम के शादी के 18 साल बाद भी कोई औलाद नहीं हुई। उसके बाद परशुराम ने क्या डॉक्टर क्या नीम हकीम सारे नुस्खे अपनाए पर कोई फायदा नहीं हुआ। जिसके बाद परशुराम किसी तांत्रिक से मिला। तांत्रिक ने औलाद होने की गारंटी ली और दीपावली की रात किसी कम की बच्ची या बच्चे का कलेजा निकाल कर खाओ तो औलाद हो जाएगी। बस तांत्रिक का कहना और परशुराम राक्षस बन गया। उसने 2020 दीवाली की रात पत्नि सुनैना भतीजे अंकुर उर्फ़ लुला और पडोसी बीरेन को शामिल कर गाँव के ही करन कुरील की 6 साल की मासूम बच्ची श्रेया को बहला फुसला कर घर ले गया और श्रेया की निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद परशुराम ने मासूम श्रेया का सीना चीर कर कलेजा निकाला और पत्नि सुनैना के साथ मिलकर खाया और श्रेया की लाश को खेत मे फेक दियाय़ 

पुलिस की तफ्तीश मे चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर 2020 में जेल भेजा था। वहीं आज न्यायालय ने चारों आरोपियों को 20 बीस हज़ार का जुर्माना और आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई। महज 3 दिन के अंदर न्यायलय के इस फैसले से पीड़ित परिवार खुश है। 

अब बड़ा सवाल यह है की ग्लोबलाइजेशन के इस दौर मे आज भी लोग तंत्र-मंत्र और जादू टोना मे विश्वास करते है। ज़रूरत है ऐसे तांत्रिको से दूरी बनाने की साथ ही लोगों को जागरूक रहने की।