सरेशाम हुई इस घटना ने लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट से लेकर बाराबंकी पुलिस तक की सतर्कता की कलई खोल दी। शाम को हसनगंज थानाक्षेत्र के आइटी चौराहे से छात्रा का वैगनआर कार से सत्यम, सुहैल और असलम ने अपहरण किया।
महानगर, गाजीपुर, विभूतिखंड, चिनहट, बीबीडी और बाराबंकी नगर कोतवाली क्षेत्र सफेदाबाग तक करीब 25 किमी तक कार में छात्रा को डालकर घूमते रहे। दोनों जनपदों की पुलिस अगर सतर्क होती तो शायद यह दिल दहला देने वाली जघन्य घटना न होती।
छात्रा को कार में आरोपित पीटते रहे, वह चीखती- चिल्लाती रही, जितना उसके बस में था हाथ-पैर जोड़कर दरिंदों के आगे गिड़गिड़ाती रही, लेकिन न तो दरिंदे पसीजे और न ही पुलिस को उसकी चीख सुनाई दी। बदमाशों ने सात थानाक्षेत्रों की पुलिस को धता बताकर छात्रा के साथ हैवानियत की।
छात्रा ने बताया कि तीनों दरिंदे रास्ते भर गांजा और शराब पीते रहे। दुष्कर्म के समय मोबाइल में अश्लील वीडियो भी बनाया। वह गिड़गिड़ाती रही... छोड़ दो, वीडियो डिलीट कर दो, पर दरिंदों ने एक न सुनी। मुंशी पुलिया पर जब तीनों उतारने लगे तो उनके पैर पर गिरी, तब कहा कि वीडियो डिलीट कर दिया है। डीसीपी राहुल राज ने बताया कि आरोपितों के मोबाइल लेकर उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।