मेरठ पुलिस में अवैध रूप से कारतूस सप्लाई करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है ,स्वाट टीम और लालकुर्ती पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जबकि गिरोह के चार आरोपी सदस्य अभी फरार हैं और एक जेल में है । पुलिस ने उनके पास से 200 से ज्यादा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि इनका दिल्ली के नीरज भवाना गैंग से भी संबंध हो सकते हैं। जिसकी जांच की जा रही है। गिरोह का पकड़ा गया मुख्य सदस्य मदरसे में हाफिज की पढ़ाई कर रहा है।
आपको बता दें पुलिस के अनुसार युद्ध जैसे हालातों को देखते हुए विशेष चेकिंग अभियान के तहत लालकुर्ती थाना क्षेत्र में की गई, जिसमें पुलिस ने शारिब, हैदर एवं उवैद को अवैध कारतूस एवं अन्य सामान के गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि इन लोगों ने पूछताछ में बताया कि शारिब, उसका भाई शाकिर, जीजा कदीम, तथा अन्य आरोपी अहद उर्फ राजा, भूरा, फईम लंगड़ा एवं जोनी, मिलकर लंबे समय से अवैध कारतूसों की खरीद-फरोख्त व सप्लाई का काम कर रहे थे। इनके तार दिल्ली के कुख्यात नीरज भवाना गैंग से जुड़े हो सकते है। ये शूटिंग में इस्तेमाल होने वाले कारतूस को घातक बनाने हेतु उनमें परिवर्तन भी करते थे।
इस पूरे मामले में खुलासा करते हुए मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि भारी मात्रा में 315 बोर के और 12 बोर के कारतूस पुलिस को मिले हैं जो कि शारिब नाम के व्यक्ति से मिले है। इसमें लगभग 200 कारतूस 12 बोर के है और 30 कारतूस 315 बोर के बरामद किए गए हैं। शारिब ने बताया कि वह अपने भाई शाकिर और भतीजा के साथ मिलकर सप्लाई किया करता था। इसमें अहद का नाम प्रकाश में आया है, ये लोग अहद से ये कारतूस लेकर आगे भूरा और जॉनी को सप्लाई किया करते थे। इन के तार दिल्ली के नीरज गैंग से जुड़े हो सकते हैं। फोन में भी कुछ तमंचे और पिस्तौल की फोटो मिली है।
पूछताछ के दौरान बताया कि इसमें जॉनी और भूरा को बेची है। इन लोगों ने किस-किस को दी है कहां दी है इसके बारे में जानकारी की जा रही है। फोन के बारे में भी पूरी जांच की जा रही है, जो डाटा डिलीट किया गया उस को भी रिकवरी की गई हैं और जांच की जा रही है। चार लोग अभी फरार हैं, तीन लोगों को पकड़ा गया है। यह 12 बोर के कारतूस होते हैं शूटिंग में इस्तेमाल होते हैं इन की एक्चुअल कॉस्ट 50 से 80 रुपए के आसपास होती है और मार्केट में डेढ़ सौ रुपए के आसपास बिकती है। इन को ये मॉडिफाइड कर के इस्तेमाल किया करते थे। वह घातक होते हैं उसे जान जा सकती है। शारिब एक मदरसे में पढ़ता है हाफिज की तैयारी कर रहा था। मदरसे में कौन-कौन लोग हैं इस बारे में भी जानकारी की जा रही है। जो लोग इसके साथ पढ़ते हैं उनकी भी जानकारी की जा रही है। शारिब की निशानदेही पर उबेद और हैदर को भी गिरफ्तार किया गया है। जबकि शकीर, कदीम, जॉनी, अहद और भूरा अभी फरार चल रहे हैं, जिसमें कदीम अभी जेल में है।