दिल्ली पुलिस के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड ने रविवार को ऑटो लिफ्टर्स के कुख्यात अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। दिल्ली के विवेक विहार इलाके से एक हुंडई क्रेटा कार चोरी हो गई। इस मामले की जांच के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया था। ये कुख्यात गिरोह दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे कई राज्यों में 150 से ज्यदा कारों की चोरी के लिए जिम्मेदार है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मुसाहिद, सतीश कुमार, आरिफ, रज्जाक मैनुद्दीन शेख और आदिल के रूप में हुई है।
पुलिस टीम ने दिल्ली और एनसीआर के विभिन्न स्थानों के 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की, फुटेज के आधार पर विश्लेषण किया गया और दिल्ली, मुजफ्फरनगर और समालखा हरियाणा क्षेत्र में गुप्त मुखबिरों के माध्यम से जानकारी निकाली गई। अपराधियों की पहचान के लिए तीन अलग-अलग टीमों को तैनात किया गया था। एक महीने के निरंतर प्रयासों के बाद, गुप्त मुखबिर की मदद से और शाहदरा जिले से मोबाइल निगरानी इकाई की सहायता से अपराधियों की पहचान की गई।
15 अक्टूबर को, पुलिस ने मुसाहिद को गिरफ्तार किया, जिसने अपराधों में अपनी भागीदारी का खुलासा किया। बाद में पूछताछ में आरिफ और सतीश को गिरफ्तार किया गया, और चोरी की तीन लक्जरी कारों की बरामदगी हुई।
आरिफ ने खुलासा किया कि चोरी की क्रेटा कार गुजरात में बेची गई थी। टीम ने अपनी खोज गुजरात तक बढ़ा दी। छापेमारी के दौरान दो और लोगों, रज्जाक मैनुद्दीन शेख और मोहम्मद आदिल को चोरी की दो हुंडई क्रेटा कारों के साथ गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से दो ओबीडी इलेक्ट्रॉनिक स्कैनर, आठ डुप्लीकेट नंबर प्लेट, 40 डुप्लीकेट ऑटोमैटिक स्मार्ट चाबियां, सात विंडो शीशे जैसे कई उपकरण भी बरामद किए गए हैं।