विराट कोहली भारत की क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बेहद शानदार बल्लेबाज हैं। वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए खेलते हैं। विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। विराट ने 2008 में मलेशिया में हुए अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी की और अपनी टीम को खिताबी जीत दिलाई। वह 2011 के वनडे क्रिकेट विश्व कप में विजेता भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। उन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर 19 साल की उम्र में शुरू किया।
विराट कोहली ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था। उन्होंने टी20 करियर की शुरुआत 12 जून 2010 को जिम्बाब्वे के खिलाफ की, और उनका पहला टेस्ट मैच 20 जून 2011 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ था। वह भारत के उन गिने-चुने खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने हर फॉर्मेट में 100 से ज्यादा मैच खेले हैं।
वनडे वर्ल्ड कप 2023 में विराट कोहली ने 50 शतक लगाकर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। IPL की शुरुआत से ही कोहली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से जुड़े हुए हैं और आज तक इसी टीम के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने अपना पहला IPL मैच 18 अप्रैल 2008 को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेला था। RCB के साथ कोहली का सफर तब शुरू हुआ जब वे एक उभरते हुए युवा क्रिकेटर थे। IPL की शुरुआत के साथ ही एक चमकता हुआ सितारा मैदान में उतरा।
2013 से 2016 तक विराट कोहली RCB के कप्तान थे। इन वर्षों में कोहली ने शानदार बल्लेबाजी की और टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। 2016 के सीजन में उन्होंने 973 रनों के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन उस साल भी खिताब उनसे दूर रहा। हालांकि, कप्तानी छोड़ने के बाद भी उन्होंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी। उनका मानना था कि जंग अभी बाकी है, और इसी आत्मविश्वास के साथ वह हर सीजन में दमदार वापसी करते रहे।
हर हार के बाद खुद को फिर से खड़ा करना ही विराट कोहली की असली पहचान है। कहा जाता है कि "अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है।" IPL 2025 ने इस बात को सच कर दिखाया है। 18 साल के लंबे इंतजार के बाद RCB ने आखिरकार अपना पहला IPL खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है और यह साबित कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं। विराट कोहली की आंखों में आई नमी ने यह बता दिया है कि "कभी हार मत मानो, क्योंकि असली विजेता वही होता है जो अंत तक लड़ता है।"