जसप्रीत बुमराह निश्चित रूप से सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में एक हैं। उन्होंने पर्थ में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले टेस्ट मैच में 72 रन देकर आठ विकेट लिए और मैच जिताने में अहम योगदान दिया। इसके लिए ही बुमराह ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे आज की तारीख में सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में एक हैं।
चार दिन चले टेस्ट मैच में बुमराह की घातक गेंदबाजी ने मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। वे 1914 में सिडनी बार्न्स के बाद टेस्ट में 20 से कम की औसत से 150 से ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए।
बुमराह फिलहाल 20 से कम औसत पर 150 से ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले पहले और इकलौते तेज गेंदबाज हैं। इस सूची में उनके सबसे करीब दक्षिण अफ्रीका के कैगिसो रबाडा हैं, जिनका औसत 21.49 है।
खास सूची में जसप्रीत बुमराह के सबसे करीबी भारतीय गेंदबाज बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जड़ेजा हैं। उनका औसत 319 विकेट के लिए 23.76 है। आज तक के इतिहास में सूची के शीर्ष 50 में कोई दूसरा भारतीय तेज गेंदबाज नहीं है। बुमराह सफेद गेंद के उस्ताद माने जाते हैं। उन्हें 2018 में विराट कोहली और रवि शास्त्री ने टेस्ट टीम में शामिल किया था। तब से जसप्रीत बुमराह का सफर शानदार रहा है।
अपने अनूठे एक्शन और खेल को लेकर अनूठी सोच की वजह से बुमराह हमेशा असरदार रहे हैं। यहां तक कि स्पिनरों के लिए अनुकूल मानी जाने वाली घरेलू पिचों पर भी, बुमराह ने 12 टेस्ट मैच में सिर्फ 17.19 की औसत से 68 विकेट लिए हैं।