भारत को चौथे टेस्ट मैच में 184 रन से हराकर ऑस्ट्रेलिया ने 5 मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है.इस जीत से ऑस्ट्रेलिया की डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बढ़ गई है. ऑस्ट्रेलिया की ओर से रखे गए 340 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 155 रन पर ढेर हो गई. भारत की ओर से यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 84 रन की पारी खेली. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन बनाए.
जवाब में भारत की पहली पारी 369 रन पर ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 105 रन की बढ़त मिली. भारत की हार की सबसे बड़ी वजह उसके स्टार बल्लेबाजों की नाकामी रही.रोहित शर्मा से लेकर विराट कोहली, केएल राहुल और ऋषभ पंत सभी फ्लॉप रहे. जसप्रीत बुमराह की अगुआई में गेंदबाजों ने अपना काम कर दिया था लेकिन जब बल्लेबाजों की बारी आई तो भारतीय धुरंधरों ने सरेंडर कर दिया.सीरीज का पांचवां टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया के आठवें, 10वें और 11वें नंबर के बल्लेबाजों ने लगभग 35 ओवर बल्लेबाजी की और अगर भारतीय बल्लेबाज अंतिम दिन शानदार प्रदर्शन नहीं करते हैं तो मेजबान टीम के निचले क्रम का यह प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है. भारतीय गेंदबाजों ने अंतिम सत्र में टीम का पलड़ा भारी रखने का मौका गंवा दिया.
बुमराह हालांकि दुर्भाग्यशाली भी रहे जब नाथन लियोन के रूप में पारी में पांचवां विकेट नहीं ले पाए क्योंकि गेंदबाजी करते हुए उनका पैर क्रीज से बाहर निकल गया और यह नोबॉल हो गई. लोकेश राहुल ने तब स्लिप में कैच लपक लिया था. लाबुशेन ने काफी जुझारू पारी खेली लेकिन भारत को अधिक नुकसान यशस्वी जायसवाल के तीन कैच छोड़ने से हुआ.