नई दिल्ली: उद्योगपति गौतम अदाणी के समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का मुनाफा चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 49 फीसदी गिरकर 734 करोड़ रुपये रहा है। कोयले की कमजोर मांग ने हवाई अड्डे और खनन इकाइयों में वृद्धि को प्रभावित किया। पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,458 करोड़ रुपये रहा था।
हल्की गर्मी और उम्मीद से पहले मानसून के कारण कोयला आधारित बिजली की मांग में गिरावट से कंपनी के मुख्य कोयला कारोबार पर असर पड़ा, जो राजस्व में 36 फीसदी का योगदान देता है। तिमाही के दौरान इसका कारोबार 17 प्रतिशत घटकर 1.28 करोड़ टन रह गया। कंपनी की परिचालन आय जून तिमाही में 14 फीसदी घटकर 22,437 करोड़ रुपये रह गई।
बयान के अनुसार, “तिमाही के परिणाम मुख्य रूप से व्यापार की मात्रा में कमी और आईआरएम (एकीकृत संसाधन प्रबंधन) और वाणिज्यिक खनन में सूचकांक मूल्यों की अस्थिरता के कारण प्रभावित हुए।” यात्रियों की आवाजाही बढ़ने के साथ, कंपनी के हवाई अड्डा कारोबार का कर-पूर्व लाभ (ईबीआईटीडीए) 61 प्रतिशत बढ़कर 1,094 करोड़ रुपये हो गया। कोयला व्यापार के अलावा, नवीन ऊर्जा कारोबार के राजस्व में जून तिमाही में 11 फीसदी की गिरावट देखी गई, जिसका मुख्य कारण सौर मॉड्यूल और पवन चक्की की बिक्री में कमी थी।
अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड का कर-पूर्व लाभ (ईबीआईटीडीए) लगभग 34 प्रतिशत घटकर 982 करोड़ रुपये रह गया, जबकि कोयला व्यापार प्रभाग का लाभ 45 प्रतिशत घटकर 485 करोड़ रुपये रह गया। अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, “अदाणी एंटरप्राइजेज ने खुद को दुनिया के सबसे सफल इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्क्यूबेटर में से एक के रूप में स्थापित किया है।”