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बचपन के प्यार के लिए... जवानी के प्यार का कत्ल, सौरभ हत्याकांड के आरोपियों साहिल-मुस्कान की प्रेम कहानी

मेरठ का सौरभ हत्याकांड एक ऐसा हत्याकांड है जिसने भी सुना वह दंग रह गया। सौरभ की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर पहले अपने पति सौरभ की हत्या की और फिर उसके शव के टुकड़े किए और एक प्लास्टिक के ड्रम में भरकर उसको सीमेंट से पैक कर सील कर दिया। यह ऐसा हत्याकांड था जिसने पूरे देश में सनसनी फैला दी। हर किसी की जबान पर यही हत्याकांड है, कि आखिर एक पत्नी कैसे अपने पति की इस बेदर्द तरीके से प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर सकती है और फिर हत्या करने के बाद वह 14 दिन अपने प्रेमी के साथ घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश चली जाती है जल्द ही पुलिस इस पूरे मामले की चार्ज शीट कोर्ट में पेश करने वाली है।

आप को बताते है पूरी कहानी की कैसे शुरू हुई सौरभ की हत्या की योजना और किस तरीके से मुस्कान और साहिल की मुलाकात हुई

मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर की रहने वाली मुस्कान 9वी क्लास तक पढ़ी है लेकिन मुस्कान शुरू से ही बहुत महत्वाकांक्षी लड़की रही है अच्छे महंगे कपड़े पहनना महंगे मोबाइल रखना और दौलत शोहरत सब कुछ मुस्कान को चाहिए था।

एक दिन मुस्कान की सौरभ से मुलाकात हुई और दोनों प्यार करने लगे दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन दोनों के परिवार राजी नहीं थे दोनों ने 2016 में घर से भाग कर शादी कर ली सौरभ के घर वाले इस शादी से खुश नहीं थे तो उन्होंने सौरभ को अपने घर से निकाल दिया। वहीं मुस्कान के परिजन भी उसकी शादी से खुश नहीं थे और शादी का विरोध करते थे लेकिन मुस्कान एक दिन अपने परिजनों को नींद में छोड़कर घर से फरार हो गई और सौरभ से शादी कर ली जिससे उसके परिजन खुश नहीं थे और उन्होंने भी मुस्कान से अपने संबंध खत्म कर लिए।

जहां शादी करने के बाद मुस्कान और सौरभ ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में ही एक मकान किराए पर लेकर रहने लगे सौरभ का विदेश आना जाना था और वह अक्सर घर से बाहर भी रहता था सौरभ शराब पिता था जिसका विरोध मुस्कान ने किया और अक्सर दोनों में इस बात को लेकर विवाद रहने लगा। लेकिन मुस्कान शराब का विरोध करते-करते एक दिन ऐसा आया की दोनों एक साथ शराब पीने लगे यानी मुस्कान और साहिल दोनों शराब एक साथ पीने लगे।

सौरभ अक्सर विदेश रहता था और मुस्कान किराए के मकान में अकेली रहती थी मुस्कान के नाना ज्योतिष का काम करते थे इसी बीच मुस्कान 2019 में एक दिन अपने नाना के यहां गई हुई थी तो वहां उसने साहिल को दिखा साहिल मुस्कान के साथ आठवीं क्लास तक पढ़ा था और वह उसका बचपन का प्यार था इसके बाद दोनों की आंखें दो-चार होने लगी और अक्सर एक दूसरे को देखते रहते थे कुछ दिन बाद मेरठ के शॉप्रिक्स मॉल में एक दिन मुस्कान और साहिल की मुलाकात हुई जो सिलसिला आंखों आंखों में चल रहा था अब वह बातचीत में तब्दील हो गया मुस्कान घर में अकेली रहती थी तो अक्सर वह साहिल से मोबाइल पर या चैट से बात करने लगी। साहिल का भी मुस्कान के घर आना जाना शुरू हो गया दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और बात शादी तक पहुंच गई लेकिन इसी बीच सौरभ को भी मुस्कान और साहिल के रिश्ते का पता चल गया और 2021 में सौरभ ने तलाक के लिए केस डाल दिया लेकिन दोनों में सहमति बन गई कि अब मुस्कान ठीक रहेगी और कोई गलती नहीं करेगी तो तलाक का केस वापस ले लिया गया। इसके बाद भी साहिल और मुस्कान का मिलना जुलना बंद नहीं हुआ और 2023 सौरभ के विदेश जाते ही साहिल अक्सर मुस्कान के घर आने लगा कभी वह सामने के दरवाजे से आता था तो कभी घर के पिछले रास्ते से साहिल मुस्कान के घर पहुंच जाता था अक्सर रात में ही साहिल मुस्कान के घर पहुंचता था।

आपको बता दें मुस्कान काफी महत्वाकांक्षी लड़की थी और महंगे शौक भी उसको थे लेकिन सौरभ ने उसको एक किराए के मकान में रखा हुआ था वही साहिल का अपना मकान था जिसमें वह नानी के साथ रहता था नानी बूढी हो चली थी और साहिल का मकान भी काफी बड़ा था इन्हीं सब बातों को देखते हुए मुस्कान साहिल की ओर ज्यादा आकर्षित हो गई थी और अब वह सौरभ को अपने रास्ते से हटाना चाहती थी।

मुस्कान और साहिल ने सौरभ को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और यह तय किया कि सौरभ फरवरी 2025 में जब लंदन से वापस आ जाएगा तो उसको रास्ते से हटा दिया जाएगा। मुस्कान और साहिल ने योजना पर काम करते हुए सबसे पहले बेहोशी की दवाई का इंतजाम किया मुस्कान ने गूगल पर सर्च कर यह देखा कि कौन-कौन सी दवाई इंसान को बेहोश करने के लिए काम में लाई जाती है इसके बाद उसने अपने आप को बीमार बताते हुए एक डॉक्टर के पहुंची और कहा कि उसको काफी एंजायटी रहती है जिस पर डॉक्टर ने उसको एक पर्चे पर दवाई लिख कर दे दी क्योंकि मुस्कान को यह मालूम था कि बहेशी की दवाइयां बगैर डॉक्टर के पर्चे के नहीं मिलती हैं तो उसने एक डॉक्टर का फर्जी पर्चा बनाया और डॉक्टर के पर्चे पर जो खाली जगह होती है वहां पर उसने उन दवाइयां के नाम लिखें और मेरठ के खैर नगर से जाकर बेहोशी की दवाईयां खरीदी वहीं योजना के अनुसार उसने चाकू भी खरीद लिए।

उनकी योजना थी कि सौरभ का कत्ल कर उसकी उसके शव को एक बैग में भरकर कहीं ठिकाने लगा देंगे फरवरी 24 तारीख को सौरभ मेरठ पहुंच और 25 फरवरी को उसकी 5 साल की बेटी पीहू का जन्मदिन था क्योंकि सौरभ शराब पीता था और योजना थी कि सौरभ जब शराब पिएगा तो उसमें बेहोशी की दवाई मिला दी जाएगी और जब वह बेहोश हो जाएगा तो उसका कत्ल कर दिया जाएगा लेकिन उस दिन सौरभ ने शराब नहीं पी और योजना पूरी नहीं हो पाई।

इसके बाद 3 मार्च तारीख को सौरभ अपने घर से लौकी के बने कोफ्ते लेकर आया जिसमें मुस्कान ने बेहोशी की दवा मिला दी और सौरभ को खिला दिया जिसके बाद सौरभ बेहोश हो गया हम यह भी बताते चलें की मुस्कान ने योजना के तहत पहले ही अपनी बेटी पीहू को अपने मां-बाप के घर यानि नाना नानी के घर भेज दिया था।

सौरभ के बेहोश हो जाने के बाद मुस्कान ने स्नैपचैट पर साहिल को आने के लिए मैसेज किया और साहिल घर पर आ पहुंचा साहिल ने मुस्कान से कहा कि इसका वध तुमको करना पड़ेगा इसके बाद मुस्कान ने चाकू को अपने हाथ से पकड़ा और साहिल ने भी उसके हाथों को पकड़ते हुए दिल के पास सीने के ऊपर चाकू रखा और उसको अंदर तक घुसा दिया चाकू सीधा दिल पर जाकर लगा जिस समय चाकू सौरभ के सीने के अंदर दिल को काटते हुए पहुंचा तो खून की एक धार पूरे कमरे में फैल गई और वह खून की फुहार इतनी बड़ी थी के वह छत तक भी पहुंच गई और कमरे की छत पर खून की छीटें आ गई पूरे कमरे में खून फैल गया। एक वार करने के बाद दोनों ने फिर दो और साहिल के सीने पर दिल के आसपास ही वार की है और सौरभ मर गया। सौरभ का कत्ल करने के बाद दोनों ने उसके शव को घसीटा और बॉथरूम तक ले गए और वहां साहिल और मुस्कान ने मिलकर सौरभ का गला काटा और दोनों हाथ हथेलियां तक काटे, क्योंकि उनकी योजना थी कि शव के छोटे-छोटे टुकड़े करेंगे और उनको एक बैग में भरकर ठिकाने लगा देंगे साथ ही सिर और हाथ काटने के बाद उसके शव की पहचान भी नहीं होगी और अलग-अलग जगह पर टुकड़ों में शव को ठिकाने लगा देंगे। शव के टुकड़े करने के बाद पूरे घर से इन्होंने खून को साफ किया जिसके लिए इन्होंने पहले ही योजना के अनुसार ब्लीच मंगाई थी और पूरे घर से इन लोगों ने खून के धब्बों को उससे साफ किया। साहिल ने सिर और कटी हुई हथेलियों को एक बैग में भार अपने साथ ले गया अपने कमरे पर और सौरभ का बचा हुआ शरीर भी उन्होंने वही एक बैग के रख कर बेड के नीचे छुपा दिया था। मुस्कान घर में अकेली थी तो डरने लगी और साहिल के कमरे पर पहुंच गई इसके बाद मुस्कान और साहिल वापस मुस्कान के घर पर पहुंचे और उन्होंने जिस बैग में शव रख था उस को उठाने की कोशिश की लेकिन क्योंकि शव भारी था।इसलिए बैग का क्लिप टूट गया और शव बैग के अंदर सही नहीं आ रहा था। इन्होंने योजना बनाई की शव को छोटे-छोटे टुकड़ों में करके अलग-अलग जगह पर शव को ठिकाने लगा देंगे।

मुस्कान और साहिल शव को ठिकाने लगाने की फिराक में थे इसी बीच मुस्कान ने एक वेब सीरीज मोबाइल पर देखी जिसमें उसको यह आइडिया आया कि शव को एक ड्रम में भरकर उसको सीमेंट से बंद कर देंगे तो शव में बदबू नहीं आएगी और कुछ दिन बाद शव पूरी तरीके से सीमेंट में खुलकर खत्म हो जाएगा।अगले दिन  मुस्कान ने ड्रम लाने का निश्चय किया और वह मेरठ के जली कोठी इलाके में एक प्लास्टिक का ड्रम खरीदने पहुंची जहां से उसने ₹1100 का एक प्लास्टिक का ड्रम खरीदा । वहीं मेरठ के शारदा रोड से उसने सीमेंट खरीदा और घर पहुंच गई।

ड्रम खरीदने के बाद साहिल और मुस्कान ने ड्रम को लिटाकर किसी तरीके से सौरभ के शव की ड्रम के अंदर घुसा दिया और शव के टुकड़े भी जो उन्होंने किए थे वह भर दिए और सीमेंट का घोल ऊपर से डालकर ड्रम को पूरी तरीके से सील कर दिया।

जिसके बाद इन्होंने एक कैब बुक की और घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश की ओर निकल गए। इसी बीच बताया जाता है कि वहां पहुंच कर दोनों ने शादी भी कर ली। 14 दिनों तक दोनों हिमाचल प्रदेश घूमते रहे और नशा करते हुए घूमते रहे । मुस्कान और साहिल सौरभ का मोबाइल फोन भी अपने साथ लेकर गए थे और जब भी बेटी पीहू का या किसी का फोन सौरभ के मोबाइल पर आता था तो वह मैसेज कर बात करने को कहती थी और फिर मैसेज के द्वारा ही बात करती थी जब भी कोई फोन या वीडियो कॉल करता था तो मुस्कान सौरभ बनकर फोन काट देती थी और बिजी होने की बात मैसेज के द्वारा बोल देती थी।

साहिल और मुस्कान का यह योजना थी के सौरभ के कत्ल का किसी को पता नहीं चलेगा और वह कह देंगे कि सौरभ बाहर चला गया है या लंदन वापस लौट गया है क्योंकि सौरभ के परिजन उस कोई ताल्लुक नहीं रखते थे और सौरभ अक्सर बिना अपने परिजनों को बताएं कहीं भी चला जाता था, इसलिए मुस्कान को लगा कि वह कह देगी के सौरभ वापस चला गया है और किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।

साहिल और मुस्कान 17 मार्च को वापस मेरठ पहुंची तो मुस्कान अपने प्रेमी साहिल के घर रुकी 18 मार्च को मुस्कान अपने माता-पिता के घर पहुंची और वहां जाकर उसने अपने मां-बाप को बताया कि सौरभ के परिजनों ने सौरभ का कत्ल कर दिया है और उसका शव एक ड्रम में भरकर उसको सीमेंट से सील कर दिया है और वह ड्रम उस के घर में ही मौजूद है। मुस्कान के पिता को यह बात सही नहीं लगी और मुस्कान के पिता ने बार-बार यही कहा कि ऐसा नहीं हो सकता जो सच है वह बताओ मुस्कान के पिता ने मुस्कान से कहा कि वह सच बता दे और वो उस के साथ हैं पूरी तरीके से उसका साथ देंगे काफी प्रयास करने के बाद मुस्कान ने राज खोल दिया और बताया कि उस ने और साहिल ने मिलकर ही सौरभ का कत्ल कर दिया है और उसके शव को एक ड्रम में भरकर ऊपर से सीमेंट से सील कर दिया है। यह सुनकर मुस्कान के पिता के होश उड़ गए लेकिन वह खुद ही मुस्कान को लेकर थाने पहुंच गए। थाने पहुंचने के बाद मुस्कान ने पूरी घटना पुलिस को बताई इसके बाद ब्रह्मपुरी थाना प्रभारी ने सबसे पहले साहिल का पता जानकर साहिल को भी थाने लाने के लिए कुछ पुलिस कर्मियों को उसके घर भेज दिया पुलिसकर्मी तुरंत ही साहिल के घर पहुंचे जहां पर साहिल मौजूद था बताया जा रहा है कि साहिल काफी परेशान था और पुलिस को देखकर वह और परेशान हो गया और पुलिसकर्मी उसको थाने ले आए।

साहिल और मुस्कान के खुलासे के बाद तुरंत ही थाना पुलिस ने इस पूरी घटना की जानकारी आला अधिकारियों को दी और एक टीम को तुरंत ही मुस्कान और सौरभ के किराए के घर पर भेज दिया जहां पुलिस कर्मियों को एक प्लास्टिक का ड्रम रखा हुआ मिला जिसको सीमेंट से पैक किया गया था इसके बाद साहिल और मुस्कान को पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर लेकर पहुंची और वहां से पूरी घटना की जानकारी लेते हुए शव को कब्जे में लिया। क्योंकि ड्रम पूरी तरीके से सीमेंट से भरा हुआ था और वह सूख चुका था तो 2 घंटे प्रयास करने के बाद भी ड्रम नहीं खुला तो ऐसे ही पूरे ड्रम को वहां से हटकर पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया जहां पर एक इलेक्ट्रिक कटर से ड्रम को काटा गया और सीमेंट को बाहर निकल गया और जब सीमेंट को हटाया गया तो सौरभ का शव उसके अंदर मौजूद था साथ ही सौरभ का कटा हुआ सिर और कटी हुई दोनों हथेलियां भी ड्रम के अंदर ही मौजूद थी ड्रम के अंदर पुलिस को हत्या में इस्तेमाल किया गया आला ए कत्ल चाकू भी बरामद हुए। मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया। 19 मार्च को पुलिस ने पूरा खुलासा किया।

यह पूरी योजना मुस्कान के द्वारा ही बनाई गई थी। साहिल आत्माओं में विश्वास रखता था और मुस्कान ने साहिल को अपने वश में करने के लिए 3 फर्जी स्नैपचैट अकाउंट बनाएं और वह साहिल से उसकी मां बनकर बात करती थी क्योंकि साहिल की मां काफी पहले मर चुकी थी साहिल को विश्वास था कि उसकी मां उससे बात करती है। सौरभ के द्वारा तलाक का केस डालने से पहले मुस्कान साहिल के साथ एक बार फरार भी हो चुकी थी।

तो यह थी पूरी सौरभ हत्याकांड की सनसनीखेज दास्तान। मुस्कान ने अपने बचपन के प्यार के लिए अपने जवानी के प्यार का अपने प्रेमी के साथ मिलकर कत्ल कर डाला था। जिसने भी हत्याकांड सुना वह सन रह गया।

पुलिस ने केस से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की और लगभग हर कड़ी की जांच पूरी कर ली है। पुलिस की चार्ज शीट लगभग तैयार हो चुकी है बस कुछ कड़ी बची है जिस पर काम किया जा रहा है। जल्द ही पुलिस इस मामले में चार्ज सीट कोर्ट में दाखिल कर देगी।